भिवाड़ी

रीको चौक से शुरू हुआ औद्योगिक क्षेत्र, अभी तक नहीं बिजली आपूर्ति का जीएसएस

दशकों बाद समस्या बढऩे पर आई याद, वितरण निगम ने रीको को लिखा पत्र जमीन मिलने पर होगा 33 केवी जीएसएस का निर्माण 300 फैक्ट्रियों की आपूर्ति से जुड़ा है मामला

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भिवाड़ी. रीको चौक से उद्योग क्षेत्र की स्थापना हुई। 70 के दशक में यहीं से उद्योग क्षेत्र की नीवं रखी गई। यहीं पर रीको कार्यालय है। आसपास में करीब 300 ऐसी फैक्ट्रियां हैं जिनके लिए बिजली आपूर्ति के लिए स्थानीय जीएसएस नहीं है। यहां पर 132 केवी नीलम चौक से निकले फीडर से आपूर्ति होती है। फीडर की लंबाई अधिक होने, लाइन पुरानी होने की वजह से ट्रिपिंग और तकनीकि समस्याएं आती हैं। इस समस्या को देखते हुए विद्युत वितरण निगम ने बुधवार को रीको को यहां जमीन उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा है। रीको के भूमि उपलब्ध कराने पर 33 केवी जीएसएस का निर्माण होगा। जीएसएस के निर्माण में करीब तीन करोड़ की लागत आएगी। निर्माण वितरण निगम कराएगी। विद्युत निगम अभियंताओं ने बताया कि 132 केवी नीलम चौक से रीको चौक पर आपूर्ति के लिए 11 केवी फीडर नंबर 6 और 10 हैं। दोनों फीडर से रीको चौक के आसपास बिजली आपूर्ति होती है। फीडर काफी पुराने हैं और 132 केवी जीएसएस पर रखरखाव नहीं होने की वजह से बार-बार आपूर्ति बाधित होती है। इसलिए रीको चौक पर 33 केवी जीएसएस निर्माण की जरूरत है।

यहीं महत्वपूर्ण कार्यालय

रीका चौक भिवाड़ी का महत्वपूर्ण केंद्र स्थल है। यहीं पर रीको प्रथम और द्वितीय शाखा के कार्यालय, विद्युत निगम, ईएसआईसी डिस्पेंसरी, बैंक, सीए कार्यालय के साथ बड़ी संख्या में औद्योगिक इकाइयां हैं। रीको के दोनों गेस्ट हाउस भी यहीं पर हैं। जिसकी वजह से आए दिन वीआईपी का आवागमन होता है। इसके बावजूद उक्त क्षेत्र में जीएसएस नहीं है।

गेस्ट हाउस में मांगी जमीन

रीको ने हाल ही में रीको चौक पर वीआईपी गेस्ट हाउस का निर्माण कराया है। विद्युत निगम ने रीको गेस्ट हाउस के अंदर एक हजार वर्गमीटर भूमि की मांग रखी है। निगम एक्सईएन ने पत्र लिखा है। जीएसएस के लिए जमीन मिलने से रीको चौक स्थित कार्यालय और औद्योगिक इकाइयों को निर्बाध बिजली आपूर्ति हो सकेगी।

औद्योगिक इकाइयों में निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए रीको चौक पर 33 केवी जीएसएस की जरूरत है। इसके लिए रीको से भूमि की मांग रखी गई है।

एससी महावर, एक्सईएन, वितरण निगम

निगम के प्रस्ताव को मुख्यालय भेजा जाएगा, वहां से स्वीकृति के बाद भूमि आवंटन की जाएगी।
जीके शर्मा, यूनिट हेड, रीको

Published on:
25 Jul 2024 07:58 pm
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