Cheetah: चीता प्रोजेक्ट को दो दिन बाद हो रहे दो साल पूरे, सितंबर में आनी थी चीतों की नई खेप, लेकिन अब बढ़ा संशय...
Cheetah: तीसरी बार चीते मिलने में देर हो सकती है। वजह कूनो नेशनल पार्क में नर चीता पवन की मौत और तैयारियों का अधूरा होना है। ये चीते दक्षिण अफ्रीका से लाए जाने हैं, शिफ्टिंग नवंबर में लगभग तय थी, जो आगे बढ़ सकती है। असल में चीतों को बसाने में जैसी सफलता की अपेक्षा थी, वह अब तक प्राप्त नहीं हुई है।
मध्यप्रदेश में नए सदस्यों के जन्म के साथ ही दक्षिण अफ्रीका ओर नामीबिया से लाए चीतों की मौत का सिलसिला जारी है। हाल ही में मृत मिला पवन खुले जंगल में घूमने वाला चीता था। इसे नामीबिया से लाया गया था। घटना की जांच जारी है।
तीसरी खेप लाकर मंदसौर के गांधीसागर अभयारण्य में शिफ्ट की जानी है। दो साल से जारी तैयारियां बारिश के कारण प्रभावित हुई हैं। सुरक्षा बाउंड्रीवॉल ढह गई थी। बाढ़, जल भराव के कारण घास के मैदान प्रभावित हुए हैं। अभयारण्य क्षेत्र में क्षतिग्रस्त सड़कें दोबारा बनाने में समय लगेगा।
दो बार में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से कुल 20 वयस्क चीते लाए गए थे। इनमें से अब तक आठ की मौत हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक चीता देने वाले दोनों देश इन मौतों को लेकर चिंतित हैं।
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