MP News: केंद्रीय मंत्री बीते दिन कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत चुनौतियां और संभावनाएं विषय पर कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे....
MP News: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दावा किया, मध्यप्रदेश के स्कूलों में डेढ़ करोड़ से ज्यादा बच्चे दर्ज हैं। इनमें से 50 लाख बच्चों ने कक्षा पांचवीं तक सेब नहीं देखे होंगे। यदि देखे भी होंगे तो बाजार में। सेवन नहीं किया होगा। अंजीर तो इनके जीवन में 10वीं के बाद भी शायद ही आया होगा। जिन बच्चों को जब दूध चाहिए होता है, तब नहीं मिलता। प्रधान ने कहा, बच्चों की ये जरूरतें पूरी करने समाज को सोचना होगा।
केंद्रीय मंत्री बीते दिन कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत चुनौतियां और संभावनाएं विषय पर कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। मंच पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल, सीएम डॉ. मेाहन यादव, महापौर मालती राय, स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार, राज्य मंत्री कृष्णा गौर, विधायक भगवानदास सबनानी, रामेश्वर शर्मा आदि मौजूद थे।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने में मप्र अग्रणी है। नीति को केवल शैक्षणिक सुधार न मानकर कौशल, नवाचार और सांस्कृतक पुनर्जागरण से जोड़ा है।
काजू खिलाओ : विधायक रामेश्वर शर्मा से कहा, ये हमारे मित्र और बड़े हिन्दू नेता हैं। क्षेत्र में आए दिन भंडारा कराते हैं। आग्रह किया कि बच्चों को अंजीर, काजू खिलाना चाहिए। ऐसा सप्ताह में कुछ दिन तो हो ही सकता है।
प्रधान ने नेताओं को सीख भी दी। कहा, स्वागत में गुलदस्ते लेने के बजाय फलों की टोकरी लें। फल बच्चों में बांट दें। बच्चे इनका सेवन करेंगे तो तंदुरुस्त होंगे। आमतौर पर गुलदस्ता दिया जाता है ताकि फोटो खिंचवाकर सोशल मीडिया पर अपलोड किया जा सके। ऐसे गुलदस्तों की कीमत 500 से 1000 होती है। कुछ समय में खराब हो जाते हैं। नेताओं की ओर देखते हुए कहा कि इसे खत्म करना होगा। उन्होंने नेताओं से इसे जनआंदोलन बनाने की बात भी कही।