सैलानियों की पहली पसंद बन रहा रायसर डेजर्ट
शहर से करीब 19 किलोमीटर दूर स्थित रायसर डेजर्ट इन दिनों देशी-विदेशी सैलानियों की पहली पसंद बनता जा रहा है। दोपहर बाद हल्की सर्दी के बीच धोरों पर मस्ती करते पर्यटक, ऊंट और जीप सफारी का आनंद लेते विदेशी मेहमान यहां का प्रमुख आकर्षण हैं। एक समय सीमित डेजर्ट कैंपों तक सिमटा यह क्षेत्र अब पर्यटन हब के रूप में उभर रहा है। जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग की ओर से लगातार विकास कार्य किए जा रहे हैं। जल्द ही कैंपों तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क की सुविधा भी उपलब्ध होगी। पर्यटन विशेषज्ञों के अनुसार, ऊंट उत्सव के आयोजन के बाद रायसर डेजर्ट की पहचान मजबूत हुई है। अब यहां न सिर्फ बाहरी बल्कि स्थानीय पर्यटक भी छुट्टियों में बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। नए साल को लेकर एडवांस बुकिंग जोरों पर है।
एटीवी राइड और एडवेंचर का रोमांच
रूप सिंह रायसर ने बताया कि अब कैमल और जीप सफारी के साथ-साथ एटीवी राइड का भी जबरदस्त क्रेज है। इसके लिए प्रति व्यक्ति 200 से 300 रुपए किराया लिया जा रहा है। पिछले वर्ष शुरू की गई पैरासेलिंग फिलहाल ऊंट उत्सव के दौरान ही उपलब्ध कराई जा रही है। सर्दी के पर्यटन सीजन में रायसर डेजर्ट में अब शादियों का आयोजन भी होने लगा है। धोरों के बीच डेस्टिनेशन वेडिंग का चलन तेजी से बढ़ रहा है। रायसर डेजर्ट में विकास कार्य लगातार जारी हैं। सोहनलाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद बीकानेर के अनुसार यहां पर अब तक करीब एक करोड़ रुपए के कार्य पूरे हो चुके हैं। वर्तमान में मुख्य द्वार और सड़क निर्माण का काम चल
रहा है।
कैमल व जीप सफारी का खास आकर्षण
डेजर्ट कैंप संचालक शैलेंद्र सिंह ने बताया कि सर्दी शुरू होते ही पर्यटकों की आवाजाही बढ़ जाती है। वर्तमान में रायसर में करीब 20 डेजर्ट कैंप संचालित हैं। जहां पहले सालाना 10 से 15 हजार पर्यटक आते थे, वहीं अब यह संख्या बढ़कर करीब एक लाख तक पहुंच गई है। शाम के समय कैमल सफारी, जीप सफारी और पार्टियों के लिए बुङ्क्षकग रहती है। पर्यटकों के ठहरने के लिए स्विस टेंट लगाए गए हैं, जिनका किराया तीन से चार हजार रुपए प्रति व्यक्ति है। पैकेज में सफारी, लग्जरी टेंट, सांस्कृतिक कार्यक्रम और पारंपरिक भोजन शामिल है।