NASA: एस्ट्रोनॉट बनने के लिए आपके पास तीन साल का प्रोफेशनल अनुभव भी होना चाहिए। यही नहीं एस्ट्रोनॉट बनने के लिए फिजिकल योग्यता भी मायने रखती हैं। आइए, जानते हैं एस्ट्रोनॉट बनने के लिए क्या करें
NASA: हर बच्चा छोटी उम्र में सपना देखता है कि वो बड़ा होकर स्पेस में जाएगा। हालांकि, बढ़ती उम्र के साथ ही जानकारी के अभाव में ये सपना कहीं पीछे छूट जाता है। अगर आप भी 10वीं कक्षा में हैं और अभी से करियर के बारे में प्लान कर रहे हैं तो ये खबर आपके काम की है। आज हम आपको बताएंगे कि एस्ट्रोनॉट कैसे बनते हैं और इसकी लिए किन-किन विषयों की पढ़ाई करनी होती है।
एस्ट्रोनॉट बनने के लिए आपकी विज्ञान और मैथ्स की समझ अच्छी होनी चाहिए। 10वीं के बाद 12वीं कक्षा (After 12th) में पीसीएम (फिजिक्स+ केमिस्ट्री+ मैथ्स) लेने वाले छात्र ही आगे स्पेस में जाने का सोच सकते हैं। वहीं 12वीं के बाद आपको इंजीनियरिंग, बायोलॉजिकल साइंस, फिजिकल साइंस, कंप्यूटर साइंस या फिर गणित में बैचलर्स डिग्री हासिल करनी होगी।
इन सब के अलावा एस्ट्रोनॉट बनने के लिए आपके पास तीन साल का प्रोफेशनल अनुभव भी होना चाहिए। यही नहीं एस्ट्रोनॉट बनने के लिए फिजिकल योग्यता भी मायने रखती हैं। यदि आप शारीरिक रूप से फिट नहीं हैं तो आप स्पेस में जाने की सोच मत रखें।
एस्ट्रोनॉट बनने के लिए आपके पास निर्धारित समय तक अधिकतम वजन उठाने की क्षमता होनी चाहिए। वहीं आपकी लंबाई कम से कम 5 फीट 2 इंच होनी चाहिए। कैंडिडेट का हाई फिजिकल क्षमता वाला होना जरूरी है।
दुनिया की सबसे बड़ी स्पेस एजेंसी NASA है। यहां भारतीय लोग भी काम करते हैं। हालांकि, NASA ज्वॉइन करने के लिए आपको कुछ परीक्षाएं पास करनी होती हैं। इसके अलावा अंग्रेजी और रशियन लैंग्वेज पर आपकी पकड़ अच्छी होनी चाहिए।