Children In Danger:एक शराब चालक ने बस ऐसी दौड़ाई कि उसमें सवार 45 स्कूली बच्चों सहित स्टाफ में खलबली मच गई। तेज रफ्तार बस में बच्चों का शोर सुन अफसरों ने अपनी गाड़ियों से पीछा कर चालक को दबोच लिया। तब जाकर बच्चों की जान बच पाई। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
Children In Danger:स्कूली बच्चों को लेकर पंजाब से उत्तराखंड पहुंची एक बस का चालक शराब के नशे में धुत हो गया। ये घटना नैनीताल जिले के कालाढूंगी-नैनीताल सड़क की है। हल्द्वानी के एआरटीओ सोमवार शाम अपनी टीम के साथ वाहन चेकिंग कर रहे थे।इसी दौरान टीम ने बैलपड़ाव की ओर से आ रही एक बस को रुकने का इशारा किया। चेकिंग टीम को देख चालक ने बस की स्पीड और भी तेज कर दी और वह फरार हो गया। बस सवार बच्चे बचाओ-बचाओ का शोर मचाकर मदद मांगने लगे। इस पर एआरटीओ को शक हुआ तो उन्होंने अपनी गाड़ी से बस का पीछा शुरू कर दिया था। हॉर्न देने के बाद भी चालक ने बस नहीं रोकी। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना कालाढुंगी पुलिस को भी दी। पुलिस और आरटीओ की टीम ने नयागांव के पास बस एचआर 37डी-9675 को रोक लिया गया। बस में 45 बच्चे सवार थे। पटियाला निवासी चालक कुलदीप शराब के नशे में धुत पाया गया। उसके पास बस के पूरे कागजात भी नहीं थे। इस पर एआरटीओ ने बस कालाढुंगी कोतवाली में खड़ी करवा दी। उसके बाद बच्चों को बैलपड़ाव स्थित उनके बुक हुए होटल तक पहुंचाया गया।
शराब पीकर बस चलाने वाले चालक के खिलाफ कार्रवाई की गई है। आरोपी चालक की जब एल्कोमीटर से जांच हुई तो वह शराब के नशे में धुत पाया गया। हालांकि एआरटीओ और उनकी टीम की मुस्तैदी से बड़ा हादसा टल गया। अन्यथा शराबी चालक बस से बड़ा हादसा कर सकता था। सवाल ये उठता है कि आखिर चालक शराब के नशे में धुत होकर 45 बच्चों और स्टाफ को लेकर यहां तक कैसे पहुंच गया। रास्ते में बस की चेकिंग क्यों नहीं की गई।