Weather Forecast:मौसम फिर से करवट लेने वाला है। आईएमडी ने राज्य में 28 और 29 दिसंबर को बारिश जबकि पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी का पूर्वानुमान जारी किया है। साथ ही अगले पांच दिन विभिन्न जिलों में घने कोहरे का यलो अलर्ट भी जारी किया है। मौसम के रुख को देखते हुए थर्टी फर्स्ट और नववर्ष के जश्न पर भी भीषण ठंड का साया पड़ने के आसार हैं।
Weather Forecast:देश के कई राज्य घने कोहरे की चपेट में हैं। इससे देश के मैदानी इलाके पहाड़ों से अधिक ठंडे हो चुके हैं। कई इलाकों में दिन के वक्त सूर्यदेव के दर्शन दुर्लभ हो चुके हैं। यातायात पर कोहरे का भारी असर पड़ रहा है। दृष्यता कम होने से कई सड़क हादसे हो चुके हैं। इधर, उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में पाले की मार से लोग बेहाल हो चुके हैं। यहां पर कई इलाकों में तापमान माइनस में भी पहुंचने लगा है। झरने और नाले तक जमने लगे हैं। पाले में वाहन रपटने की घटनाएं भी बढ़ रही हैं। हालांकि पर्वतीय इलाकों में दिन के वक्त गुनगुनी धूप भी खिल रही है, जोकि लोगों को काफी हद तक राहत पहुंचा रही है। इसी बीच आईएमडी ने ताजा रिपोर्ट जारी कर राज्य में 28 दिसंबर से मौसम के करवट बदलने के आसार जताए हैं। आईएमडी के मुताबिक 28-29 दिसंबर को उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। इसके अलावा राज्य में इन दो दिनों के दौरान 3500 मीटर या इससे अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर हिमपात के भी आसार हैं। इससे आने वाले दिनों में राज्य में ठंड चरम पर पहुंच सकती है।
कोहरा लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है। आईएमडी ने आज से 27 दिसंबर तक हरिद्वार, यूएस नगर, नैनीताल, चम्पावत और पौड़ी जिले के मैदानी इलाकों में घना कोहरा छाने का यलो अलर्ट जारी किया है। इससे भीषण ठंड पड़ने के आसार हैं। कोहरे के कारण दृष्यता कम होने से कहीं-कहीं वाहनों के टकराने, हवाई अड्डों पर टेक ऑफ और लेंडिंग के दौरान कम दृष्यता से परेशानियां आने की संभावना है। साथ ही कोहरे के कारण गलन बढ़ने और भीषण ठंड पड़ने के आसार भी हैं। आईएमडी ने उत्तराखंड में कोहरे की वजह से अगले तीन-चार दिन के भीतर न्यूनतम तापमान में दो से लेकर चार डिग्री तक कमी आने के आसार भी जताए हैं।
आईएमडी के मुताबिक एक मजबूत पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इससे उत्तराखंड में 28 दिसंबर से बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के आसार बन रहे हैं। 29 दिसंबर को भी ये ही हालत रहेंगे। ऐसे में संभावना जताई जा रही हैं कि थर्टी फर्स्ट और नववर्ष के जश्न पर भी बारिश का साया पड़ सकता है। हालांकि बारिश होने के बाद पहाड़ों में बर्फबारी की संभावना भी बनी रहती है। लिहाजा थर्टी फर्स्ट और नववर्ष के दौरान उत्तराखंड में सैलानियों को बर्फबारी की भी सौगात मिल सकती है। राज्य के प्रमुख पर्यटक स्थलों के होटलों में थर्टी फर्स्ट और नववर्ष के लिए बुकिंग कराने वालों की भीड़ लगी हुई है।