Gwalior Firing: ग्वालियर में सडक़ पर गैंगवार, 6 साल पुरानी बदला लेने आधी रात को दुश्मन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, कांचमिल एरिया में आरोपियों ने दिल दहला देने वाली वारदात को दिया अंजाम
Gwalior firing Case: कांचमिल (हजीरा) में रविवार आधी रात को गैंगवार (Gang war)हो गई। पांच गुंडों ने छह साल पहले गोली मारने का बदला लेने दुश्मन को गोली (Firign) मारकर लिया है। गुंडों ने दुश्मन को दोस्तों के साथ पार्टी करते हुए घेरा, उसे सडक़ पर दौड़ा, दौड़ाकर ताबडतोड़ गोलियां मारीं। आरोपियों के दुस्साहस ने साबित कर दिया अपराधियों पर पुलिस की लगाम ढीली है। पिछले एक महीने में पुलिस के खाते में दुश्मनी और हनक के लिए फायरिंग की 11 वारदातें आ चुकी हैं।
कांचमिल में शूटआऊट रात 12.45 बजे हुआ। यहां अजय उर्फ बंटी (29) पुत्र श्याम सिंह भदौरिया निवासी कांच मिल को दीनू सिकरवार, हेमू सिकरवार, अनुराग भदौरिया समेत दो गुंडों ने गोलियां मारीं। अजय ने बताया, रात को दोस्त टिल्ली यादव, पण्डा यादव और केके चौहान के साथ दुकान के काउंटर पर बैैठकर खाना खा रहा था। दुश्मनों की टोली दो गाडिय़ों में आई। अनुराग और हेमू ने उसे टारगेट कर गोली चलाई। जान बचाने के लिए भागा तो इन लोगों ने पीछा कर दनादन फायर किए। दो गोलियां उसके पेट में घंसी, एक गोली पीठ को छील कर निकल गई।
ग्वालियर में आधी रात को सडक़ पर गैंगवार की वजह अनुराग भदौरिया और अजय भदौरिया के बीच ठनी दुश्मनी है। अजय ने खुलासा किया 27 जनवरी 2018 को अनुराग से झगड़ा हुआ तो उसे हो गया था। लेकिन अनुराग ने दुश्मनी खत्म नहीं की। अनुराग, हेमू और दीनू रात को उसे मारने के इरादे से आए थे।
पुरानी रंजिश का बदला लेने रात को गुंडों ने दुश्मन को गोली मारी है। जेएएच में उसका इलाज चल रहा है। दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों गुट अपराधी हैं। वारदात में शामिल बाकी दो आरोपियों की तलाश की जा रही है।
- धर्मवीर सिंह यादव, एसपी ग्वालियर।