प्रदेश के 27 पासपोर्ट सेवा केंद्रों में से सबसे खराब स्थिति ग्वालियर और जबलपुर की है, जहां सामान्य पासपोर्ट के लिए 25 दिन बाद अपॉइंटमेंट मिल रहा है। शुक्रवार को स्लॉट बुक करने वालों को ग्वालियर...
ग्वालियर. प्रदेश के 27 पासपोर्ट सेवा केंद्रों में से सबसे खराब स्थिति ग्वालियर और जबलपुर की है, जहां सामान्य पासपोर्ट के लिए 25 दिन बाद अपॉइंटमेंट मिल रहा है। शुक्रवार को स्लॉट बुक करने वालों को ग्वालियर में 9 दिसंबर, जबकि जबलपुर में 8 दिसंबर की तारीख दी जा रही थी। इसके उलट, प्रदेश के भोपाल और इंदौर सहित अन्य 25 पासपोर्ट केंद्रों पर सामान्य और पीसीसी (पुलिस क्लियरेंस सर्टिफिकेट) दोनों प्रकार के आवेदन के लिए तीन दिन बाद यानी 17 नवंबर की डेट उपलब्ध है। इसी वजह से ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के कई लोग पासपोर्ट बनवाने के लिए भोपाल का रुख कर रहे हैं।
ग्वालियर के पासपोर्ट सेवा केंद्र पर रोजाना 80 सामान्य और 10 पीसीसी के अपॉइंटमेंट दिए जाते हैं। विदेश मंत्रालय ने महाराज बाड़ा के प्रधान डाकघर में 2 अप्रैल 2017 से रीजनल पासपोर्ट ऑफिस शुरू किया था। शुरूआती दौर में यहां रोजाना 40 लोगों को पासपोर्ट के लिए अपॉइंटमेंट दिए जाते थे। ग्वालियर में पासपोर्ट अपॉइंटमेंट में देरी के चलते कई लोग भोपाल जाकर भी पासपोर्ट बनवा रहे हैं। पत्रिका ने इसे लेकर पासपोर्ट अधिकारी शितांशु चौरसिया से बात करनी चाही तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
यहां सिर्फ ग्वालियर ही नहीं, मुरैना, दतिया, श्योपुर और अशोकनगर से भी लोग पासपोर्ट बनवाने आते हैं। इससे केंद्र पर भीड़ हमेशा अधिक रहती है। जानकारों का मानना है कि इंदौर और भोपाल की तरह ग्वालियर में भी पीएसके स्थापित किया जाए, तो अपॉइंटमेंट की देरी में काफी कमी आ सकती है।
भोपाल : सामान्य, तत्काल और पीसीसी : 17 नवंबर
इंदौर : सामान्य, तत्काल और पीसीसी: 17 नवंबर
जबलपुर : सामान्य: 8 दिसंबर, पीसीसी: 17 नवंबर
ग्वालियर : सामान्य: 9 दिसंबर, पीसीसी: 17 नवंबर
नोट- पीसीसी (पुलिस क्लियरेंस सर्टिफिकेट)
बालाघाट, बैतूल, ङ्क्षभड, छतरपुर, ङ्क्षछदवाड़ा, दमोह, देवास, धार, गुना, होशंगाबाद, खंडवा, खरगोन, मंडला, मंदसौर, रतलाम, रीवा, सागर, सतना, सिवनी, शहडोल, टीकमगढ़, उज्जैन और विदिशा में भी पीओपीएसके सेवा केंद्र संचालित हैं।