MP News: आखिरकार नगर निगम बीआरटीएस कॉरिडोर को तोड़ने का काम शुरू करने जा रहा है। इसके साथ ही करीब 300 करोड़ रुपए के खर्च से बना कॉरिडोर इतिहास की बात हो जाएगा।
MP News: आखिरकार इंदौर नगर निगम बीआरटीएस कॉरिडोर को तोड़ने का काम शुरू करने जा रहा है। इसके साथ ही करीब 300 करोड़ रुपए के खर्च से बना कॉरिडोर इतिहास की बात हो जाएगा। महापौर पुष्यमित्र भार्गव के मुताबिक, शनिवार को जीपीओ चौराहे के पास से कॉरिडोर की रेलिंग तोड़ी जाएगी। फिर बस स्टैंड तोड़े जाएंगे। इसके साथ ही डिवाइडर व अन्य निर्माण होगा ताकि किसी तरह का हादसा न हो।
मालूम हो, हाईकोर्ट ने बीआरटीएस(BRTS corridor) तोड़ने की अनुमति फरवरी 2025 को दे दी थी। इसके बाद सांकेतिक रूप से जीपीओ चौराहे के पास ही रेलिंग हटाने का काम किया गया था। करीब 8 महीने के अंतराल बाद अब कॉरिडोर को तोड़ने का काम शुरू होगा। करोड़ों की लागत से बने कॉरिडोर को तोड़ने के एवज में निगम को करीब 4 करोड़ मिलने की उम्मीद थी, लेकिन तीन बार के प्रयास में किसी ने टेंडर नहीं लिया। चौथे प्रयास में राजगढ़ की एजेंसी ने करीब 2.55 करोड़ का ऑफर दिया, जिसे मंजूर किया गया। काफी इंतजार के बाद उसे वर्क ऑर्डर दिया गया।
इंदौर में राजीव गांधी प्रतिमा से निरंजनपुर के बीच 11.5 किमी के बीआरटीएस को खत्म करने का फैसला हो चुका है। रेलिंग व बस स्टैंड हटाने से पहले नगर निगम ने सड़क चौड़ीकरण का फैसला किया है, जिसको लेकर सर्वे कराया गया। इसमें तीन निजी संपत्ति सामने आई है तो बाकी सभी बाधक सरकारी हैं। उन्हें दूर करते ही दोनों तरफ की सड़क 100-100 फीट चौड़ी होगी।