मानसून की विदाई के बाद सितंबर से सक्रिय बेमौसमी बारिश का दौर अक्टूबर के बाद अब नवंबर माह में भी जारी रहने वाला है। इस बार सर्दी की जल्दी दस्तक के बाद अब राजस्थान में शीतलहर और कोहरे की आहट भी जल्दी होने वाली है। जयपुर और आसपास के इलाकों में सुबह शाम में धुंध का असर दिखाई भी देने लगा है।
Cold wave and Dense Fog Alert: राजस्थान में इस साल मानसून का सीजन शानदार रहा है। मानसून की विदाई के बाद सितंबर से सक्रिय बेमौसमी बारिश का दौर अक्टूबर के बाद अब नवंबर माह में भी जारी रहने वाला है। इस बार सर्दी की जल्दी दस्तक के बाद अब राजस्थान में शीतलहर और कोहरे की आहट भी जल्दी होने वाली है। जयपुर और आसपास के इलाकों में सुबह शाम में धुंध का असर दिखाई भी देने लगा है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो नवंबर के प्रथम सप्ताह में भी राजस्थान में जयपुर समेत कई शहरों में हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान है, जबकि राजस्थान के उत्तर पूर्व के कुछ भागों में घना कोहरा छाने और तेज रफ्तार से शीतलहर चलने की आशंका है।
बीते 48 घंटे में राजस्थान के कई शहरों में बादलों की लगातार आवाजाही बनी रही और कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश भी मापी गई। बीते 24 घंटे में बांसवाड़ा जिले के जगपुरा में सर्वाधिक 57 मिमी पानी बरसा वहीं अजमेर, भीलवाड़ा, वनस्थली, अलवर, जयपुर, कोटा, चित्तौड़गढ़, डबोक, जालोर, जिले में हल्की बौछारें गिरी। पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश जिलों में अब भी दिन का तापमान सामान्य से अधिक रहा है वहीं बीती रात तापमान में आंशिक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जयपुर में गुरूवार को अधिकतम तापमान सामान्य से करीब 8 डिग्री लुढ़क कर 24.3 डिग्री सेल्सियस रहा वहीं शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 21.0 डिग्री रहा जो सामान्य से 4.1 डिग्री सेल्सियस अधिक है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार उपरी वायुमंडल में मौसम तंत्र में बदलाव के प्रभाव से राजस्थान में सामान्यतया एक दो ही पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होते हैं। हिमालय तराई क्षेत्र में बदल रहे मौसम तंत्र के असर से इस बार नवंबर में संभावित पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने और उनकी सफलता का प्रतिशत ज्यादा रहने की संभावना है। हिमालय क्षेत्र में जल्द शुरू हो रही बर्फबारी और विंड पैटर्न बदलने पर उत्तर पूर्वी हवाओं से नवंबर माह में ही लोगों को कड़ाके की सर्दी महसूस होने वाली है। धूजणी छुड़ाने वाली सर्दी के असर के साथ ही राजस्थान के उत्तर पूर्वी भागों घने कोहरे का असर भी इस बार नवंबर के पहले सप्ताह में भी नजर आने की आशंका है।
मौसम विभाग के अनुसार अक्टूबर माह में राजस्थान में सामान्य बारिश का आकंड़ा 10.8 फीसदी है जबकि इस बार अक्टूबर माह में अब तक 55.2 फीसदी बारिश रिकॉर्ड हुई है जो सामान्य से 412 फीसदी अधिक रही है। मानसून सीजन के बाद भी सक्रिय मौसम तंत्र के असर से आगामी दिनों में भी बारिश का दौर सक्रिय रहने की आशंका है।
मौसम विज्ञानियों की मानें तो राजस्थान के उत्तर पूर्वी भागों में आगामी 3 नवंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की प्रबल संभावना है। विक्षोभ के असर से कई स्थानों पर निम्न वायुदाब क्षेत्र बनने पर कई इलाकों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश का दौर शुरू होने का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग ने शुक्रवार को जयपुर समेत सिरोही, अजमेर, भीलवाड़ा, दौसा, नागौर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी, बारां, कोटा, झालावाड़, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, उदयपुर, डूंगपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिले में कहीं कहीं मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश होने और 20 से 30 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से हवा चलने की संभावना है।
| स्टेशन / स्थान | अधिकतम तापमान (°C) | सामान्य से अंतर (°C) | न्यूनतम तापमान (°C) | सामान्य से अंतर (°C) |
|---|---|---|---|---|
| अजमेर | 24.0 | -8.9 | 18.9 | 0.5 |
| बाड़मेर | 34.0 | -1.4 | 23.1 | 3.8 |
| बीकानेर | 30.8 | -3.5 | 19.5 | 1.6 |
| चूरू | 31.6 | -2.5 | 20.5 | 5.9 |
| जयपुर-AMO | 24.3 | -8.1 | 21.1 | 4.1 |
| जैसलमेर | 33.0 | -1.5 | 19.0 | -0.6 |
| जोधपुर | 31.0 | -3.6 | 22.2 | 4.8 |
| फालौदी | 32.6 | -3.0 | 21.6 | 5.0 |
| कोटा | 26.7 | -6.4 | 21.2 | 1.7 |
| पिलानी | — | — | 20.7 | 6.4 |
| श्रीगंगानगर | 31.3 | -1.8 | 20.1 | 5.0 |
| उदयपुर | 22.2 | -10.0 | 20.2 | 5.1 |