एसीबी टीम गिरफ्तार प्रोजेक्ट डायरेक्टर सियाराम चन्द्रावत, लक्ष्मण सिंह और सेवानिवृत्त सहायक लेखाधिकारी हाल सलाहकार मुख्य प्रबंधक (आरएसआरडीसी) महेश चंद गुप्ता से घूस के संबंध में पूछताछ कर रही हैं।
RSRDC Bribery scandal : जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) राज्य सड़क विकास एवं निर्माण निगम लिमिटेड (आरएसआरडीसी) के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर आरके लूथरा के तीनों बैंक लॉकर अब घूसकांड का राज उगलेंगे। हालांकि, एसीबी बुधवार को बैंक लॉकरों को नहीं खोल पाई थी। डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि बुधवार को लूथरा की पत्नी ने तबीयत सही नहीं होना बताया था। ऐसे में एसीबी अब किसी एक परिजन की मौजूदगी में बैंक लॉकर खोलेगी। सूत्रों के मुताबिक बैंक लॉकर में नकदी जेवर व प्रॉपर्टी संबंधी दस्तावेज मिल सकते हैं।
वहीं, एसीबी टीम गिरफ्तार प्रोजेक्ट डायरेक्टर सियाराम चन्द्रावत, लक्ष्मण सिंह और सेवानिवृत्त सहायक लेखाधिकारी हाल सलाहकार मुख्य प्रबंधक (आरएसआरडीसी) महेश चंद गुप्ता से घूस के संबंध में पूछताछ कर रही हैं। तीनों आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश कर 6 जून तक रिमांड पर लिया गया था। एसीबी आरएसआरडीसी दफ्तर में भी सर्च कर घूस से संबंधित फाइलों को जब्त करेगी।
एसीबी ने सोमवार को झालाना स्थित राजस्थान राज्य सड़क विकास एवं निर्माण निगम लिमिटेड (RSRDC) के ऑफिस में कार्रवाई की थी। यहां एसीबी टीम ने 2 प्रोजेक्ट डायरेक्टर और एक रिटायर्ड असिस्टेंट अकाउंट ऑफिसर (AAO) को 1.20 लाख रुपए की रिश्वत लेते अरेस्ट किया है। यहां एसीबी ने प्रोजेक्ट डायरेक्टर सियाराम चन्द्रावत व लक्ष्मण सिंह और सेवानिवृत्त सहायक लेखाधिकारी हाल सलाहकार मुख्य प्रबंधक (आरएसआरडीसी) महेश चंद गुप्ता को 1.20 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
दोनों प्रोजेक्टर डायरेक्टर रिश्वत की रकम धौलपुर-भरतपुर से लेकर संविदा पर लगे रिटायर्ड एएओ को देने के लिए जयपुर आए थे। इसके बाद एसीबी की टीम ने महेश चंद गुप्ता के जगतपुरा स्थित घर पर रेड डाली थी। जहां पर 92 लाख रुपए नकद और नोट गिनने की मशीन मिली थी। वहीं, एसीबी ने प्रोजेक्ट डायरेक्टर धौलपुर सियाराम चन्द्रावत के घर से 32 लाख रुपए बरामद किए थे। इसके बाद से एसीबी की टीम एमडी सुधीर माथुर और चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर आरके लूथरा के घर पर सर्च में जुटी हुई है।