लोक देवता बाबा रामदेव की जयंती का पर्व मंगलवार को ' बाबे री दशमी' के रूप में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया गया।
लोक देवता बाबा रामदेव की जयंती का पर्व मंगलवार को ' बाबे री दशमी' के रूप में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया गया। रामदेवरा स्थित बाबा रामदेव समाधि स्थल पर सुबह की मंगला आरती में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। मंदिर परिसर में दिनभर दर्शनार्थियों की रेलमपेल रही।सुबह पंचामृत से बाबा रामदेव समाधि का अभिषेक कर मंगला आरती की गई। इसके बाद कतारों में खड़े होकर देशभर से आए भक्तों ने समाधि के दर्शन किए। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा सहित जोधपुर और बीकानेर संभाग से आए हजारों श्रद्धालुओं ने परिवार सहित बाबा के दरबार में हाजिरी लगाकर मंगल कामना की। वहीं कई भक्तों ने घी और चावल से बने कांसा का भोग बाबा को अर्पित किया।
भादवा शुक्ल पक्ष की दूज को बाबा रामदेव के जन्मोत्सव पर लाखों श्रद्धालु समाधि के दर्शन करते हैं, वहीं भादवा शुक्ल पक्ष की दशमी को समाधि दिवस के रूप में महत्वपूर्ण माना जाता है। इस अवसर पर मंगलवार को भी श्रद्धालुओं का रेला उमड़ा और अब तक 50 लाख से अधिक लोग बाबा रामदेव समाधि के दर्शन कर चुके हैं।