Conflict between leaders:उत्तराखंड के खानपुर में हुई भीषण गोलीबारी और रंजिश की पटकथा 2022 विस चुनाव में ही लिखी जा चुकी थी। कल उसी चुनावी रंजिश के कारण देवभूमि की शांत वादियां गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठी। इन नेताओं के बड़े-बड़े कारनामे जान आप भी दंग रह जाएंगे।
Conflict between leaders:उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के खानपुर में कल बीजेपी नेता व पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन ने मौजूदा विधायक उमेश कुमार के दफ्तर पर हथियारों से लैस होकर समर्थकों संग धावा बोल दिया था। इस दौरान चैंपियन और उनके साथियों ने विधायक कार्यालय के बाहर जमकर फायरिंग भी की। इससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई। इस घटना से ठीक एक दिन पहले विधायक उमेश कुमार ने चैंपियन पर उन्हें और उनके परिवार के लिए अपशब्द बोलने का आरोप लगाते हुए फेसबुक पर लाइव फोस्ट की थी। बाकायदा उमेश कुमार चैंपियन को खोजने और ललकारने के लिए उनके आवास और महल के बाहर तक भी पहुंच गए थे। उन्होंने फेसबुक पर लाइव आकर चैंपियन को युद्ध के लिए ललकारा था।उसी के जवाब में कल चैंपियन और उनके समर्थकों ने विधायक कार्यालय के बाहर जमकर फायरिंग की थी। हालांकि हरिद्वार पुलिस ने कल शाम ही चैंपियन को गिरफ्तार कर लिया था। साथ ही विधायक उमेश कुमार के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया था।इन घटनाओं से पूरी देवभूमि शर्मशार हुई है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले को पूरी गंभीरता के साथ लिया है। बताया जा रहा है कि पार्टी स्तर से जल्द ही प्रणव चैंपियन के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
उत्तराखंड में कल से राष्ट्रीय खेल शुरू होने वाले हैं। राष्ट्रीय खेलों के उदघाटन के लिए पीएम नरेंद्र मोदी कल देहरादून आ रहे हैं। पीएम के कार्यक्रम को देखते हुए पुलिस और खुफिया एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। वहीं दूसरी ओर पीएम के आने से ठीक पहले माननीयों में खूनी संघर्ष ने देवभूमि की गरिमा को तार-तार कर दिया है। राज्य में इस प्रकार की घटना पहली बार देखने को मिल रही है जहां विधायक और पूर्व विधायक सरेआम इस प्रकार से संघर्ष कर रहे हैं। दोनों पक्षों से असलहे बाहर निकल चुके हैं।
साल 2016 में उमेश कुमार ने उत्तराखंड के तत्कालीन सीएम हरीश रावत का स्टिंग कर उनकी सरकार को गिराने में बड़ी भूमिका निभाई थी। उसके बाद कांग्रेस के कई नेता टूटकर बीजेपी में शामिल हो गए थे। अल्पमत में आई हरीश रावत सरकार पल भर में ही गिर गई थी। टूटकर भाजपा में जाने वाले विधायकों में सुबोध उनियाल, सतपाल महाराज, रेखा आर्या, कुंवर प्रणव चैंपियन, हरक सिंह रावत, विजय बहुगुणा आदि शामिल थे। इतना ही नहीं उमेश कुमार ने भाजपा सरकार में तत्कालीन सीएम त्रिवेंद्र रावत का भी स्टिंग किया था। हालांकि त्रिवेंद्र रावत सरकार ने तत्काल उमेश कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन का भी विवादों से गहरा नाता रहा है। कुछ साल पहले उन्होंने तमंचे पर डिस्को करते हुए उत्तराखंड को भद्दी-भद्दी गालियां दी थी। उनका वह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से राज्य भर में हंगामा मच गया था। इसी के कारण 2022 विस चुनाव में भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया था। उनके स्थान पर उनकी पत्नी को टिकट दिया गया था। इससे पूर्व चैंपियन पर मगरमच्छ का शिकार करने, कैबिनेट मंत्री के घर फायरिंग करने के भी आरोप लगे हैं। इसके अलावा एक होटल मालिक पर भी फायरिंग का आरोप चैंपियन पर लग चुका है।