HIV Prevention: उत्तर प्रदेश में अनुमानित 1.97 लाख एचआईवी संक्रमित लोग हैं, जिनमें से लगभग 1.20 लाख लोग एआरटी केंद्रों से उपचार प्राप्त कर रहे हैं। प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने एचआईवी के खिलाफ लड़ाई को चिकित्सीय समाधान के साथ-साथ सामाजिक परिवर्तन की भी आवश्यकता बताई, जिसमें भेदभाव को खत्म करना और जागरूकता बढ़ाना शामिल है।
HIV Prevention: उत्तर प्रदेश में अनुमानित 1.97 लाख लोग एचआईवी से संक्रमित हैं, जिनमें से लगभग 1.20 लाख लोग विभिन्न एआरटी केंद्रों से उपचार प्राप्त कर रहे हैं। प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पार्थ सारथी सेन शर्मा ने हाल ही में एचआईवी के खिलाफ लड़ाई को केवल चिकित्सीय नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन का भी विषय बताया। उनका कहना है कि एचआईवी से जुड़े भेदभाव और भ्रांतियों को दूर करना आवश्यक है, क्योंकि ये लोग इलाज और सहायता लेने में बाधा बनते हैं। उन्होंने इस दिशा में एचआईवी/एड्स प्रिवेंशन एंड कंट्रोल एक्ट, 2017 के महत्व पर जोर दिया, जो किसी भी व्यक्ति को उसकी एचआईवी स्थिति के आधार पर स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार से वंचित नहीं होने देता।
रणनीति और योजनाएं
राज्य में 399 आईसीटीसी और 52 एआरटी केंद्रों के साथ 35 संपूर्ण सुरक्षा केंद्र और 115 एसटीआई/आरटीआई केंद्र काम कर रहे हैं। प्रमुख सचिव ने एचआईवी परीक्षण बढ़ाने के लिए हाईवे ढाबों और ट्रक चालकों के बीच जागरूकता बढ़ाने पर भी जोर दिया।
इस वर्ष विश्व एड्स दिवस का विषय "टेक द राइट पाथ" है, जो 2030 तक एड्स उन्मूलन के लक्ष्य को रेखांकित करता है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए 2025-26 एक महत्वपूर्ण चरण होगा, जिसमें नए संक्रमणों में 80% कमी और एड्स से होने वाली मौतों में भारी गिरावट लाने की योजना है