Public holiday:12 नवंबर को इगास पर्व पर सार्वजनिक अवकाश रहेगा। इगास उत्तराखंड का लोकपर्व है। सरकार ने इगास पर अवकाश घोषित किया है। इस दिन राज्य के शैक्षणिक समेत समस्त सरकारी संस्थानों में अवकाश रहेगा। लोग उत्साह के साथ इगास पर्व मनाएंगे।
Public holiday:त्योहारी सीजन में अवकाशों की बौछार सी लगी हुई है। पहले दीवाली और फिर भैया दूज पर्व पर लगातार अवकाश रहे। कल यानी गुरुवार को छठ पर्व पर सरकारी अवकाश रहेगा। उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोकपर्व इगास को बूढ़ी दीवाली के नाम से भी जाना जाता है । इस बार सरकारी कैलेंडर में इगास पर्व का अवकाश 12 नवंबर को घोषित किया गया है। उत्तराखंड सरकार साल 2024 के लिए अवकाश कैलेंडर पूर्व में ही जारी कर चुकी है। इस कैलेंडर में 27 से लेकर 31 अवकाश शामिल हैं। उत्तराखंड में इस साल 25 सार्वजनिक और 17 निबंधित अवकाश घोषित किए गए हैं। त्योहार को लेकर लोगों में उत्साह का माहौल है।
उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में बग्वाल या इगास दीवाली के ठीक 11 दिन बाद मनाने की परंपरा है। मान्यता है कि भगवान श्रीराम के अयोध्या लौटने की सूचना पहाड़ों में 11 दिन बाद पहुंची थी। इसलिए लोग दीपावली के 11 दिन बाद इगास मनाते हैं। इगास में भैलो खेलने की परंपरा है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार श्रीराम के वनवास से अयोध्या लौटने पर लोगों ने कार्तिक कृष्ण अमावस्या को दीये जलाकर उनका स्वागत किया था। श्रीराम के लौटने की सूचना दीवाली के 11 दिन बाद कार्तिक शुक्ल एकादशी को मिली थी।
उत्तराखंड में इगास यानी बूढ़ी दीवाली पर्व का विशेष महत्व है। इगास पर्व राज्य में बूढ़ी दीवाली के रूप में मनाया जाता है। इस दिन दीवाली की तरह ही आतिशबाजी और घरों में दीप प्रज्ज्वल किया जाता है। घरों में तमाम पकवान बनाए जाते हैं। इगास पर्व पर सार्वजनिक अवकाश पिछले कुछ सालों से ही घोषित हुआ है। पूर्व में इगास पर राज्य में अवकाश नहीं रहता था। अब सरकारी छुट्टी के चलते लोग इगास पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं।