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इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पर ‘फास्ट ट्रैक इमीग्रेशन- ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम’ (FTI- TTP) का अमित शाह ने किया उद्घाटन, कहा-ये सरकार की दूरदर्शी पहल

-एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर शुरू की गई सुविधा -देश के 21 प्रमुख हवाईअड्डों पर लॉन्च किया जाएगा -यह सुविधा सभी यात्रियों के लिए नि:शुल्क उपलब्ध होगी – अमित शाह -देश के 7 अन्य प्रमुख हवाईअड्डों - मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोच्चि और अहमदाबाद में भी शुरू

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अनुराग मिश्रा। नई दिल्ली: इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के टर्मिनल-3 पर ‘फास्ट ट्रैक इमीग्रेशन - ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम’ का उद्घाटन किया गया। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने उद्घाटन करते हुए कहा कि ‘फास्ट ट्रैक इमीग्रेशन - ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम’ (FTI- TTP) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार की एक दूरदर्शी पहल है जिसे भारतीय नागरिकों और ओसीआई कार्डधारकों के लिए बहुत सोचकर तैयार किया गया है।

उन्होंने कहा कि यह पहल दूसरे देशों से आने वाले भारतीय नागरिकों व ओसीआई यात्रियों की सुविधा बढ़ाएगी।उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम की शुरूआत विकसित भारत@2047 के लिए तय किए गए प्रमुख कार्यबिंदुओं में से एक है और यह पहल सभी के लिए यात्रा सुविधा और दक्षता बढ़ाने की मोदी सरकार की कटिबद्धता को दर्शाती है।

इस कार्यक्रम को दो चरणों में किया जाएगा लागू

ये सुविधा सभी यात्रियों के लिए नि:शुल्क उपलब्ध होगी। इसे अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए तेज, सुगम और सुरक्षित इमिग्रेशन एप्रूवल के लिए तैयार किया गया है। यह ई गेट्स पर चलेगा जो ये प्रक्रिया में मानवीय हस्तक्षेप को न्यूनतम कर देगा।
इस कार्यक्रम को दो चरणों में लागू किया जाएगा। पहले चरण में, भारतीय नागरिकों और ओसीआई कार्डधारकों को कवर किया जाएगा और दूसरे चरण में विदेशी यात्रियों को कवर किया जाएगा।

इस योजना में नामांकन के लिए आवेदक को अपने विवरण और आवश्यक दस्तावेजों के साथ पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा। आवश्यक जांच के बाद, 'विश्वसनीय यात्रियों' की एक व्हाइट लिस्ट बनाई जाएगी और उसे ई-गेट्स के माध्यम से लागू करने के लिए फीड किया जाएगा। ई-गेट्स से गुज़रने वाले ‘ट्रस्टेड ट्रैवलर’ ’का बायोमेट्रिक्स एफआरपीओ कार्यालय या पंजीकृत यात्री के हवाई अड्डे से गुजरने के वक्त लिया जाएगा।

टीटीपी पंजीकरण पासपोर्ट की वैधता या 05 वर्ष तक जो भी पहले हो, तक वैध होगा और उसके बाद इसका नवीनीकरण किया जाएगा। प्रक्रिया के तहत, जैसे ही 'पंजीकृत यात्री' ई-गेट्स पर पहुंचेंगे, उनकी उड़ान की डिटेल्स प्राप्त करने के लिए ई-गेट्स पर एयरलाइंस द्वारा जारी किए गए अपने बोर्डिग पास को स्कैन करेगा। ई-गेट्स पर पासपोर्ट को स्कैन और यात्री के बायोमेट्रिक का प्रमाणीकरण भी किया जाएगा। एक बार जब यात्री की वास्तविक पहचान स्थापित हो जाएगी और बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण हो जाएगा, तो ई-गेट अपने आप खुल जाएगा

देश के 21 प्रमुख हवाईअड्डों पर लॉन्च किया जाएगा। पहले चरण में इसे दिल्ली के अलावा 7 अन्य प्रमुख हवाईअड्डों - मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोच्चि और अहमदाबाद पर शुरू किया जाएगा।

Updated on:
22 Jun 2024 08:52 pm
Published on:
22 Jun 2024 08:51 pm
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