राजस्थान पत्रिका के वरिष्ठ रिपोर्टर कानाराम मुण्डियार ने जोधपुर-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन (Jodhpur Howrah Express Train) में यात्रा के दौरान यात्रियों की नब्ज टटोलने की कोशिश की। यात्रियों ने अलग-अलग मुद्दों पर खुलकर बातचीत की। यात्रियों ने कहा कि देश में जनता का ध्यान भटकाने की राजनीति नहीं होनी चाहिए।
Lok Sabha Elections 2024: देश की 18 वीं लोकसभा चुनाव को लेकर पूरे देशभर में घमासान मचा है। सात चरणों के चुनाव के लिए हो रहे प्रचार, रैलियों व नेताओं के बयानों पर जहां मतदाता पूरी नजर रख रहे हैं, वहीं ट्रेनों व बसों का सफर भी चुनावी हो चला है। चुनावी माहौल के बीच जोधपुर-हावड़ा एक्सप्रेस (Jodhpur Howrah Express Train) में सवार यात्री चुनाव की चर्चा में मशगुल हैं। जयपुर से हावड़ा (कोलकाता) तक लगभग 1500 किलोमीटर के सफर के लिए पत्रिका के वरिष्ठ रिपोर्टर कानाराम भी इस ट्रेन में सवार हैं। उन्होंने द्वितीय श्रेणी एसी कोच में सवार यात्रियों से चुनाव पर चर्चा शुरू की तो उन्होंने जोधपुर सेे लेकर कोलकाता के मुद्दों पर बेबाक राय रखी।
जयपुर से कोलकाता के लिए यात्रा कर रही हावड़ा निवासी गृहणी सोनिया जैन ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार के बीच खींचतान के कारण पश्चिम बंगाल की जनता पिस रही है। चुनाव में बेरोजगारी (Employment) , गरीबी ही बड़ा मुद्दा है। सरकार को महिला सुरक्षा एवं प्रवासियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए। संदेशखाली की घटना से हम शर्मसार हुए लेकिन सरकारों ने राजनीति के अलावा कुछ नहीं किया। चुनाव में ऐसी सरकार निर्वाचित होनी चाहिए जिससे विशेषकर महिलाओं व कमजोर वर्ग की सुरक्षा सुनिश्चित हो।
आसनसोल की यात्रा कर रहे व्यवसायी अनुराग शर्मा ने कहा कि चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा राष्ट्रवाद का है। कुछ देशों के बीच युद्ध का आतंक फैला हुआ है। ऐसे समय में देश की बागडौर मजबूत हाथोंं में रहनी चाहिए। पिछले दो चुनाव के बाद देश की उन्नति व मजबूती जनता देख चुकी है। इस बार के चुनाव में दक्षिण व पूर्वोत्तर राज्यों की भूमिका अहम है। अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण व जम्मू-कश्मीर में धारा-370 हटाने, पश्चिम बंगाल की संदेशखाली व मणिपुर की घटनाएं जैसे बड़े मुद्दे चुनाव की दशा व दिशा को तय कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल के मालदा टाउन स्थित मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस इटर्नशिप कर रही जोबनेर की छात्रा पूजा कुमावत ने कहा कि सरकार को नई भर्तियों पर फोकस करना चाहिए। शिक्षा के केन्द्रों को राजनीति से दूर रखना चाहिए। यात्री अनिल व्यास ने कहा कि कारोबार सिलसिले में अक्सर उनका पश्चिम बंगाल व झारखण्ड आना-जाना रहता है। दोनों राज्यों में विकास की बहुत संभावनाएं हैं, लेकिन यहां बहुआयामी विकास व उद्योग-धंधों को प्रोत्साहन नहीं मिल रहा।
झुन्झुनू निवासी संदीप पूनिया ने कहा कि सभी राज्यों में विकास संतुलित तरीके से होना चाहिए। चुनाव में देश हित के मुद्दों की बजाय व्यक्तिगत आक्षेपों से जनता का ध्यान भटकाने की राजनीति नहीं होनी चाहिए। बिहार, झारखण्ड व पश्चिम बंगाल राज्यों में भी स्टार्टअप कम्पनियों को प्रोत्साहान मिलना चाहिए ताकि बेरोजगारी की परेशानी कम हो सके।