भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बिहार में दिए बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
BJP Attacks Asaduddin Owaisi: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से ठीक पहले, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। चुघ ने ओवैसी के बिहार में दिए बयान को झूठ का पुलिंदा करार देते हुए कहा कि यह वोट बैंक की तुच्छ सियासत का हिस्सा है।
चुघ ने ओवैसी के वक्फ संशोधन कानून संबंधी बयान को गलत और भ्रामक बताया। उन्होंने कहा, वक्फ कानून का मस्जिद, दरगाह या कब्रिस्तान से कोई लेना-देना नहीं है। इसका उद्देश्य जकात के धन को गरीब मुस्लिमों, विधवाओं, बेसहारा बच्चों और पसमांदा मुस्लिमों तक पहुंचाना है। चुघ ने आरोप लगाया कि ओवैसी भू-माफिया और भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए झूठ फैला रहे हैं। उनका कहना था कि यह कानून वक्फ संपत्तियों को भ्रष्टाचार के चंगुल से मुक्त कर जरूरतमंद मुस्लिमों के हित में लगाएगा।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी चुघ ने नहीं बख्शा। उन्होंने कहा, राहुल गांधी विदेशी टूलकिट के तहत देश के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। विदेशों में जाकर भारत के संस्थानों, लोकतंत्र और नेतृत्व को बदनाम करना उनकी आदत बन चुकी है। चुघ ने दावा किया कि राहुल गांधी झूठ और भ्रम फैलाकर देश की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
चुघ ने 2014 के लोकसभा चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि जनता ने भ्रष्टाचार और वंशवाद को खारिज कर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ईमानदार सरकार चुनी। उन्होंने कांग्रेस पर 2004-14 के दौरान कोयला, 2जी और कोलगेट जैसे घोटालों में 12 लाख करोड़ रुपये की लूट का आरोप लगाया। चुघ ने कहा, जनता ने इन युवराज-युवरानियों को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया।
चुघ ने जोर देकर कहा कि पिछले 11 वर्षों में मोदी सरकार ने ईमानदारी और विकास के बल पर ऐतिहासिक काम किए हैं। उन्होंने दावा किया कि जनता ने राहुल गांधी जैसे नेताओं को दो दर्जन से अधिक चुनावों में हराया है और देश विरोधी सियासत करने वाले दलों को विपक्ष में ही रहना होगा। आपको बता दें कि बिहार में पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को 18 जिलों में होगा, जबकि दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर को 20 जिलों में वोटिंग होगी।