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भौगोलिक सर्वे : नगर निगम को 10 माह में 10 हजार 887 नई संपत्तियां मिलीं, बढ़ेगी दो करोड़ रुपए की आय

चालू वित्तीय वर्ष-2025-26 में सर्वे के दौरान मिली नई संपत्तियों को टैक्स दायरे में लाने की तैयारी है। भौगोलिक सर्वे का जनवरी 2025 से अक्टूबर तक 40 वार्डों में कार्य पूर्ण हो गया है। निगम का दावा शेष 10 वार्डों का सर्वे दिसंबर तक हो जाएगा पूर्ण हो जाएगा।

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Nov 06, 2025
नगरीय क्षेत्र में वार्डों में भौगोलिक सर्वे का कार्य किया जा रहा है।

चालू वित्तीय वर्ष-2025-26 में सर्वे के दौरान मिली नई संपत्तियों को टैक्स दायरे में लाने की तैयारी है। भौगोलिक सर्वे का जनवरी 2025 से अक्टूबर तक 40 वार्डों में कार्य पूर्ण हो गया है। निगम का दावा शेष 10 वार्डों का सर्वे दिसंबर तक हो जाएगा पूर्ण हो जाएगा।

नए सर्वे में 40 वार्ड में दस हजार नई संपत्तियां मिलीं

नगर निगम को नगरीय क्षेत्र में जीआईएस ( ज्योग्राफिकल इंफार्मेशन सिस्टम ) यानी भौगोलिक सर्वे का कार्य 40 वार्ड में पूर्ण हो गया है। इस दौरान 10 माह के भीतर निगम को 10 हजार 887 नई संपत्तियां मिली हैं। अभी 10 वार्डों में सर्वे बाकी है। नई संपत्तियों से निगम को संपत्तिकर के रूप में दो करोड़ रुपए की आय बढ़ने की उमीद है। अभी हर साल 11 रुपए की डिमांड है। नई संपत्तियां टैक्स के दायरे में आने के बाद डिमांड बढ़कर 13 करोड़ रुपए हो जाएगी। अधिकारियों का दावा है कि नई संपत्तियां चालू वित्तीय वर्ष के अंतिम त्रैमासिक में टैक्स के दायरे लाने की तैयारी है।

दिसंबर में नई संपत्तियों पर तय होगा टैक्स

निगम ने नई संपत्तियों के सर्वे का कार्य 08 फरवरी-2025 से शुरु किया है। चालू वित्तीय वर्ष में दस माह के भीतर भौगोलिक सर्वे का कार्य किया जा रहा है। 5 नवंबर की स्थिति में संपत्तियों का रिकार्ड बढ़कर 58,233 हो गया है। इसमें सर्वे के दौरान 10 हजार 887 नई संपत्तियां रिकार्ड की गई हैं। इन संपत्तियों का डिटेल सर्वे तैयार किया गया है। नगर निगम के रिकार्ड में टैक्स के दायरे में आने वाली 46,346 संपत्तियां हैं। इन संपत्तियों से हर साल 11 करोड़ रुपए टैक्स की डिमांड है। नई संपत्तियों से निगम को अनुमान है कि दो करोड़ रुपए से अधिक टैक्स जनरेट होगा। टैक्स के दायरे में लाने के लिए कागजी प्रक्रिया शुरू हो गई है।

सबसे अधिक इन वार्डों में मिली नई संपत्तियां

सर्वे के दौरान निगम को दस माह के भीतर सबसे अधिक नई संपत्तियां खानशाहवली, किशोर कुमार गांगुली और संतोषी माता वार्ड में मिली है। नई रिपोर्ट में खानशाहवली वार्ड-36 में 3200 संपत्तियां हो गई हैं। इसमें 2 हजार संपत्तियां नई रिकार्ड की गई है। यहां की अधिकतर अवैध हैं। इसी तरह किशोर कुमार गांगुली वार्ड-5 में 2696 संपत्तियां हैं। इसमें 495 नई संपत्तियां मिली हैं। संतोषी माता वार्ड-32 में 2200 संपत्तियां रिकार्ड की गई हैं। इसमें 1000 नई संपत्तियां बढ़ी हैं।

ऐसे समझें संपत्तिकर टैक्स का निर्धारण

कलेक्टर गाइड लाइन के आधार पर नगरीय क्षेत्र में तीन प्रकार के टैक्स निर्धारित किया हैं। पॉश एरिया में 20 रुपए स्क्वायर फीट। इसमें यदि कॉमर्शियल है तो तीन हजार रुपए अतिरिक्त चार्ज लगता है। दूसरा वैध कॉलोनियों में सामान्य एरिया में कॉमर्शियल संपत्तियों को छोडे़ं 18 रुपए प्रति स्क्वायर फीट टैक्स निर्धारित होता है। इसी तरह स्लम एरिया में 15 रुपए स्क्वायर फीट। इसमें यदि किसी की संपत्ति का मूल्यांकन गाइड लाइन के तहत 6 हजार रुपए तक होता है तो टैक्स फ्री कर दिया जाता है। इसके अलावा भवन में यदि मकान मालिक के अलावा किराएदार रहता है तो कुल टैक्स में 500 रुपए अतिरिक्त जुड़ता है।

दस वार्डों में सर्वे का कार्य बाकी

नगर निगम के उपायुक्त एसआर सिटोले का कहना है कि 40 वार्डों में सर्वे पूर्ण हो गया है। अभी दस वार्डों में सर्वे का कार्य बाकी है। दिसंबर तक पूर्ण कर लिया जाएगा। नई संपत्तियों को टैक्स के दायरे में लाने के लिए कागजी प्रक्रिया चल रही है। संभावना है कि चालू वित्तीय वर्ष के अंतिम त्रैमासिक में संपत्तियों के डिटेल रिपोर्ट के अनुसार टैक्स कागजी प्रकिया पूरी हो जाएगी।

Published on:
06 Nov 2025 11:47 am
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