D Gukesh vs Magnus Carlsen: गुकेश से मात खाने के बाद झल्लाए कार्लसन ने मेज पर मुक्का मारा। इस मुकाबले में 62 चाल में गुकेश ने मुकाबला अपने नाम किया। अब तक वह कार्लसन से 3 बाजी जीत चुके हैं।
Norway Chess Tournament 2025: विश्व चैंपियन भारतीय शतरंज खिलाड़ी डी गुकेश ने नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट में ऐतिहासिक जीत दर्ज की। नॉर्वे शतरंज में छठे दौर की बाजी में भारतीय ग्रैंडमास्टर ने 62 चाल के बाद विश्व नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को हराकर इस टूर्नामेंट में मिली पिछली हार का हिसाब चुकता कर लिया। यह क्लासिकल शतरंज में गुकेश की पांच बार के विश्व चैंपियन कार्लसन के खिलाफ पहली जीत है। इस हार से कार्लसन इतना बौखला गए कि उन्होंने गुस्से में मेज पर मुक्का दे मारा, जिससे चेस बोर्ड पर बचे हुए मोहरे गिर गए।
कार्लसन को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि वे बाजी हार गए हैं। वे बौखला गए थे। हालांकि फिर उन्होंने अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने की कोशिश करते हुए गुकेश से माफी मांगी और मोहरों को ठीक करने की कोशिश की, लेकिन विफल रहे। फिर अपनी स्कोर शीट साइन करने के बाद गुकेश की पीठ थपथपाते हुए बाहर निकल गए। उन्होंने मैच के बाद मीडिया से बात भी नहीं की।
कार्लसन के विपरीत गुकेश ने जैसे ही अंतिम बाजी चली वे अपनी कुर्सी से उठ खड़े हुए और कार्लसन से हाथ मिलाकर दूसरी तरफ चले गए। उन्होंने अपने चेहरे को दोनों हाथों से ढक लिया। गुकेश इस जीत से भावुक हो गए थे। फिर अपनी सीट पर आकर चेस बोर्ड को फिर से सजाया और सभी का अभिवादन किया।
भारतीय खिलाड़ी डी गुकेश ने कहा, "मैं कार्लसन के गुस्से को समझता हूं, जिस तरह से कार्लसन हारे, वह दिल तोड़ने वाला था। मैं पूरी तरह से उनकी भावनाओं को समझता हूं। मैंने भी अपने करियर में कई बार टेबल पर हाथ मारा है। कभी कैमरे के सामने और कभी कैमरे की पहुंच से दूर। हालांकि, मैं इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहा था कि उन्होंने क्या किया, मैं बस खुद को शांत करने की कोशिश कर रहा था।"
इस जीत से 19 वर्षीय गुकेश 8.5 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। वह अब संयुक्त रूप से शीर्ष पर काबिज कार्लसन और अमरीकी ग्रैंडमास्टर फैबियानो कारूआना से केवल एक अंक पीछे हैं। भारत के एक अन्य खिलाड़ी अर्जुन एरिगैसी चीन के वेई यी के खिलाफ आर्मागेडन टाई-ब्रेक में जीत के बाद 7.5 अंकों के साथ हिकारू नाकामुरा के साथ संयुक्त चौथे स्थान पर हैं। इस टूर्नामेंट में लगभग सभी छह खिलाड़ियों के पास प्रतिष्ठित खिताब जीतने का मौका है। महिला वर्ग में आर वैशाली ने आर्मागेडन टाई-ब्रेक में कोनेरू हम्पी को हराया।