CG Cabinet Minister: साय सरकार और भाजपा संगठन द्वारा फिलहाल निगम, मंडल और आयोगों के लिए योग्य उम्मीदवारों के नामों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है।
CG Cabinet Minister: छत्तीसगढ़ की साय सरकार में लोकसभा चुनाव के रिजल्ट के बाद निगम, मंडलों, आयोगों में रिक्त राजनीतिक पदों पर नियुक्ति की जाएगी। साय सरकार और भाजपा संगठन द्वारा फिलहाल निगम, मंडल और आयोगों के लिए योग्य उम्मीदवारों के नामों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। साथ ही इन नामों पर भाजपा शीर्ष नेतृत्व से भी सलाह-मशविरा किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार 4 जून के बाद के नियुक्ति की कवायद की जाएगी। संभवत: जून के आखिरी सप्ताह या फिर जुलाई के प्रथम सप्ताह में सूची जारी हो जाएगी।
जानकारी के अनुसार साय सरकार द्वारा निगम, मंडलों और आयोगों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति दो चरणों में कही जाएगी। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को पहली प्राथमिकता पर रखी गई है। पहली सूची में 40 से 50 लोगों की नियुक्ति की जा सकती है। इसके बाद दूसरी सूची नगरीय निकाय चुनाव के बाद दिसंबर के आखिरी सप्ताह में जारी की जा सकती है।
भाजपा सूत्रों के अनुसार साय सरकार में दो नए मंत्री की नियुक्ति की जाएगी। क्योंकि, साय सरकार के केबिनट में एक मंत्री का पद पहले से खाली है। दूसरा पद यदि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल लोकसभा चुनाव जीतते हैं तो खाली हो जाएगा। इस तरह दो नए मंत्रियों की नियुक्ति की जाएगी। जिसमें पुराने पूर्व मंत्रियों को साय सरकार में मंत्री बनाए जाने की चर्चा जोरों पर है। इसमें विधायक राजेश मूणत, अजय चंद्राकर, अमर अग्रवाल के नाम प्रमुख रूप से शामिल हैं।
भाजपा नेताओं और पदाधिकारियों में अंदरखाने में चर्चा तेज है कि साय सरकार के दो मंत्रियों को हटाया जा सकता है। क्योंकि दो मंत्रियों पर आर्थिक लेन-देन की शिकायतें भाजपा शीर्ष नेतृत्व तक पहुंच चुकी है। साथ ही इन दोनों की लोकसभा चुनाव में परफारमेंस भी ठीक नहीं होने की रिपोर्ट संगठन तक पहुंची है। विधानसभा के बजट सत्र में भी अपने पार्टी के विधायकों के सवालों के जवाब ठीक से नहीं दे पाए थे। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए दो मंत्रियों की जगह दूसरे विधायक को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। इसमें आरएसएस बैकग्राउंड वाले विधायक का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है।
लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को जारी होने है। छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में मतदान 7 मई को समाप्त हो गया। पहले चरण में 19 अप्रैल को बस्तर लोकसभा सीट पर, दूसरे चरण में 26 अप्रैल को महासमुंद, कांकेर और राजनांदगांव में तीन लोकसभा सीट पर और तीसरे चरण में 7 मई को कोरबा, बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, जांजगीर-चांपा, सरगुजा और रायगढ़ में सात लोकसभा सीटों पर शांतिपूर्ण मतदान हुआ। बता दें कि, पूरे भारत के लोकसभा सीट समेत छत्तीसगढ़ लोकसभा सीट के परिणाम भी 4 जून को जारी होंगे।
छत्तीसगढ़ के 11 लोकसभा सीटों में भाजपा-कांग्रेस के बीच महामुकाबला है। एक तरफ भाजपा ने अपने दिग्गज नेताओं को चुनावी मैदान में उतारा, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने भी चुने हुए खास दिग्गजों को उम्मीदवार बनाया। रायपुर लोकसभा सीट में भाजपा से वर्तमान मंत्री और रायपुर दक्षिण विधानसभा के विधायक बृजमोहन अग्रवाल उम्मीदवार है, तो दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व विधायक विकास उपाध्याय मैदान में उतरे है।
बस्तर से भाजपा के दिग्गज नेता महेश कश्यप तो कांग्रेस से कवासी लखमा मैदान में है। महासमुंद लोकसभा सीट से पूर्व विधायक रूपकुमारी चौधरी तो कांग्रेस से ताम्रध्वज साहू उम्मीदवार है। कांकेर से भाजपा के भोजराज नाग और कांग्रेस से बीरेश ठाकुर उम्मीदवार है। राजनांदगांव से वर्तमान सांसद संतोष पांडेय तो कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मैदान में है।
इधर बिलासपुर से भाजपा से तोखन साहू तो कांग्रेस से देवेंद्र यादव मैदान में है। दुर्ग से भाजपा के वर्तमान सांसद विजय बघेल तो कांग्रेस से राजेंद्र साहू है। जांजगीर-चांपा से भाजपा से कमलेश जांगड़े तो कांग्रेस से शिवकुमार डहरिया है। सरगुजा से चिंतामणि महाराज तो कांग्रेस से शशि सिंह है। वहीं रायगढ़ से भाजपा की दिग्गज नेत्री और पूर्व सांसद सरोज पांडेय तो कांग्रेस से ज्योत्सना महंत उम्मदीवार है।