CG Suicide Case: रिकवरी एजेंट अपनी मनमानी और टारगेट पूरा करने कस्टमर पर इतना दबाव बनाते है। जिससे कस्टमर मानसिक तनाव से जूझता है। और आत्महत्या जैसा घातक कदम उठाने मजबूर हो रहे है।
CG Suicide Case: फाफाडीह निवासी नितेश दुबे द्वारा ई रिक्शा किस्त में लिया गया था एक किस्त रुकने पर कंपनी के एजेंट द्वारा किस्त भरने कस्टमर में काफी दबाव बनाया गया। जिससे परेशान होकर अपने निवास फाफाडीह में कस्टमर नितेश दुबे ने फांसी लगाकर आत्म हत्या जैसा भयंकर कदम उठा लिया।
बहुत से प्राईवेट कंपनी द्वारा रिकवरी करने एजेंट हायर किया जाता है। किंतु रिकवरी एजेंट अपनी मनमानी और टारगेट पूरा करने कस्टमर पर इतना दबाव बनाते है। जिससे कस्टमर मानसिक तनाव से जूझता है। और आत्महत्या जैसा घातक कदम उठाने मजबूर हो रहे है।
सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन को प्राइवेट कंपनी और उनके एजेंट फॉलो नहीं कर रहे हैं। जिससे कस्टमर मानसिक तनाव से जूझने हो मजबूर हो रहे हैं।