CG News: रायपुर में चिकित्सा शिक्षा विभाग ने शनिवार को स्ट्रे वेकेंसी राउंड की आवंटन सूची रद्द कर दी। यह कार्रवाई एनएमसी की मेडिकल काउंसिल कमेटी के आदेश के बाद की गई।
CG News: छत्तीसगढ़ के रायपुर में चिकित्सा शिक्षा विभाग ने शनिवार को स्ट्रे वेकेंसी राउंड की आवंटन सूची रद्द कर दी। यह कार्रवाई एनएमसी की मेडिकल काउंसिल कमेटी के आदेश के बाद की गई। एनएमसी के अनुसार कई छात्रों को ऑल इंडिया कोटे के तहत सीटें मिली हैं। इन्हीं छात्रों को कई राज्यों में स्टेट कोटे के तहत सीटें आवंटित की गई है। इससे समस्या खड़ी हो गई है। इन छात्रों को फिल्टर करना जरूरी है। नई आवंटन सूची बाद में जारी की जाएगी।
डीएमई कार्यालय ने शनिवार की सुबह स्ट्रे वेकेंसी यानी आखिरी राउंड के लिए 114 छात्रों की आवंटन सूची जारी कर दी। इन छात्रों को संबंधित मेडिकल कॉलेजों में 17 नवंबर तक एडमिशन लेना था। एनएमसी का मेल दोपहर में मिला। इसके बाद आनन-फानन में सूची रद्द कर दी गई। अब छात्रों को नई सूची के लिए इंतजार करना होगा। स्ट्रे वेकेंसी के लिए एमबीबीएस-बीडीएस की 114 सीटें खाली थीं। इनमें एमबीबीएस की 51 सीटें खाली थीं।
काउंसिलिंग के तीन राउंड में एनआरआई कोटे की महंगी 120 से ज्यादा सीटें भर गईं हैं। अब केवल मैनेजमेंट व स्टेट कोटे की सीटें खाली हैं। इनमें 41 मैनेजमेंट व 10 स्टेट कोटे की सीटें शामिल हैं। दूसरे राउंड के बाद एनआरआई कोटे की 32 फीसदी यानी 57 सीटें खाली थीं।
दरअसल इतनी सीटें खाली होने का कारण सितंबर में अचानक बढ़ी सीटें हैं। सीटें खाली रहने के कारण निजी मेडिकल कॉलेज वाले सीटों को लेकर मोलभाव भी कर रहे हैं। दरअसल ये इसलिए किया जा रहा था ताकि सीटें खाली न रहें और कॉलेज को नुकसान न उठाना पड़े।
एनआरआई सीटों में प्रवेश के लिए मारामारी रहती है। ये इसलिए क्योंकि इसमें कम नीट स्कोर में प्रवेश हो जाता है। इस साल 720 में केवल 113 नंबर पाने पर निजी कॉलेज में एडमिशन हो गया था। इसमें करोड़पति लोग एनआरआई स्पांसर्ड कोटे के तहत प्रवेश कराते हैं। इसमें दो पीढ़ी तक के रिश्तेदार प्रवेश ले सकते हैं। सीटें बढ़ने के पहले कॉलेज 1.30 करोड़ रुपए में एडमिशन दे रहे थे।
बाद में फीस 15 लाख घटाकर 1.15 करोड़ रुपए कर दी गई है। हालांकि कोर्स की अधिकृत फीस 1.38 करोड़ है। यही नहीं छात्र लाने वाले को 5 लाख रुपए देने का ऑफर भी दिया गया। एक निजी कॉलेज को सितंबर में जीरो ईयर होने के बाद भी 100 सीटों की मान्यता दी गई है। वहां सभी 15 एनआरआई की सीटें खाली थीं, जो पैक हो गई।