कस्बे से कामलीघाट वाया टॉडगढ़–मंडावर तक बन रही सड़क निर्माण योजना में कई स्थानों पर सड़क की पटरियों पर विद्युत पोल लगाए जाने से हर समय हादसे का खतरा बना हुआ है।
भीम. कस्बे से कामलीघाट वाया टॉडगढ़–मंडावर तक बन रही सड़क निर्माण योजना में कई स्थानों पर सड़क की पटरियों पर विद्युत पोल लगाए जाने से हर समय हादसे का खतरा बना हुआ है। आमजन की सुरक्षा पर ध्यान देने की बजाय सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और अजमेर विद्युत वितरण निगम एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं।
कस्बे के निवासी धर्मेशपुरी, टॉडगढ़ रोड, ट्रक चौराहा सहित कई क्षेत्रों के ग्रामीणों ने बताया कि पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार की लापरवाही के कारण रोडवेज बस स्टैंड से टॉडगढ़ रोड तक सड़क निर्माण महीनों से बेहद धीमी गति से चल रहा है। टॉडगढ़ से भीम के बीच यह मुख्य मार्ग हर समय व्यस्त रहता है और सड़क के किनारे लगे विद्युत पोलों के कारण महिलाओं, विद्यार्थियों, बुजुर्गों और राहगीरों का आना-जाना मुश्किल हो गया है। स्थानीय दुकानदारों ने कई बार ठेकेदार से बातचीत की, लेकिन ठेकेदार की ओर से संतुष्ट उत्तर नहीं मिला।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार की मनमानी के चलते बिना नाली बनाए सड़क का आधा हिस्सा बना दिया गया है। इससे बारिश या नाली के पानी के बहाव से सड़क पर गंदा पानी फैल रहा है और कीचड़ बनने से दुपहिया वाहन चालक फिसलकर दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। नालियों के पानी की निकासी के लिए अस्थायी व्यवस्था भी नहीं की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार एक स्थान पर काम अधूरा छोड़कर दूसरे स्थान पर काम शुरू कर देता है और अधिकारी मामले को गंभीरता से लेने की बजाय जिम्मेदारी एक-दूसरे पर डालकर पल्ला झाड़ लेते हैं। रात के समय इन परिस्थितियों में दुर्घटना की संभावना और ज्यादा बढ़ जाती है।
पीडब्ल्यूडी एईएन हरिराम ने बताया कि यह सड़क मुख्यमंत्री बजट घोषणा योजना 2023-24 के अंतर्गत स्वीकृत है।
परियोजना के तहत सड़क का शुद्धीकरण और चौड़ीकरण किया जाएगा तथा दोनों ओर ढाई फीट चौड़ी नालियों का निर्माण किया जाना है।
एईएन हरिराम ने विद्युत विभाग को पत्र लिखकर कहा कि आपके विभाग द्वारा भीम से कामलीघाट वाया टॉडगढ़ सड़क के किमी 5 से 6 के बीच सड़क की दोनों पटरियों पर विद्युत पोल लगाए जा रहे हैं, जबकि नियमानुसार सड़क सीमा में पोल लगाना अतिक्रमण की श्रेणी में आता है। उन्होंने पत्र में स्पष्ट लिखा कि सड़क सीमा में किसी भी प्रकार का अतिक्रमण नहीं किया जा सकता। डामरीकरण सड़क के बिल्कुल किनारे पोल लगाए गए हैं। दुर्घटना की आशंका से बचने हेतु इन पोलों को तुरंत हटाया जाए।