राजमार्ग 162ई पर लगातार हो रहे सड़क हादसे अब क्षेत्रवासियों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गए हैं।
कुंभलगढ़. राजमार्ग 162ई पर लगातार हो रहे सड़क हादसे अब क्षेत्रवासियों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गए हैं। सूत्रों के अनुसार, हाईवे के किनारे भू-अधिग्रहण की गई जमीनों पर दोबारा किए गए अवैध कब्जे और निर्माण कार्य इन हादसों की बड़ी वजह बन रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि हाईवे किनारे कई स्थानों पर अतिक्रमण और अवैध निर्माण होने से सड़क की दृश्यता (विजिबिलिटी) प्रभावित होती है। इससे वाहन चालकों को मोड़ पर सामने से आने वाले वाहनों का समय रहते अंदाजा नहीं हो पाता, और टक्कर जैसी दुर्घटनाएं घट जाती हैं।
हाईवे के विस्तारीकरण कार्य के दौरान जिन भूखंडों का अधिग्रहण किया गया था, उनमें से कई हिस्सों पर अब फिर से स्थानीय स्तर पर कब्जे कर लिए गए हैं। इन अतिक्रमणों के कारण सड़क का दायरा सिमट गया है, जिससे वाहनों के लिए सुरक्षित मोड़ और पर्याप्त चौड़ाई उपलब्ध नहीं रह गई है। सामाजिक कार्यकर्ताओं और नागरिकों का कहना है कि यदि प्रशासन इस दिशा में सख्त कार्रवाई करे और अधिग्रहित भूमि को दोबारा हाईवे का हिस्सा बनाकर विकसित करे, तो इन लगातार होने वाली दुर्घटनाओं पर काफी हद तक रोक लग सकती है।
स्थानीय जन प्रतिनिधि अल्पेश असावा ने कहा कि अगर अधिग्रहण वाली जमीन से कब्जे हट जाएं, तो सड़क चौड़ी और साफ हो जाएगी, और हादसों का खतरा काफी कम हो जाएगा। लोगों ने जिला प्रशासन और परिवहन विभाग से मांग की है कि हाईवे के किनारे किए गए सभी अतिक्रमणों की जांच की जाए और तुरंत हटाने की कार्रवाई की जाए। साथ ही, सड़क पर सुरक्षा संकेतक, परावर्तक बोर्ड और स्पीड ब्रेकर जैसे उपाय भी लगाए जाएं, ताकि दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।