रामसरोज समूह ने समूह के संस्थापक रामशंकर केसरवानी व सरोजनी देवी केसरवानी की स्मृति में गुरुवार को 140 तीर्थ यात्रियों के लिए गया के रवाना किया।
रामसरोज समूह ने समूह के संस्थापक रामशंकर केसरवानी व सरोजनी देवी केसरवानी की स्मृति में गुरुवार को 140 तीर्थ यात्रियों के लिए गया के रवाना किया।
इस अवसर पर नर्मदा भक्त गुरुदेव दादा महाराज ने कहा कि रामसरोज समूह सागर नगर का गौरव है। रामसरोज समूह को कई जन्मों का पुण्य एक साथ मिलेगा। कई सालों से भटक रहे उनके पूर्वजों को मुक्ति मिलेगी। कई लोग मेरे पास आते हैं और घर की परेशानियों और बीमारियों को लेकर समस्या बताते हैं। मां नर्मदा के तट पर एक तीर्थ है त्रिशूल भेद तट। अगर आप वहां जाकर पूजन करते हैं और पूर्वजों का तर्पण करते हैं तो वह गया जी तीर्थ के बराबर होता है। हमारे पूर्वज जिनका तर्पण नहीं हो पाता है वह भटकते रहते हैं। इसलिए पूर्वजों का तर्पण जरूरी है। विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि रामसरोज समूह तीर्थ दर्शन संकल्प के तहत तो कार्य कर रहा है वह सराहनीय है। इस अवसर समूह के सदस्य बबीता संजीव केसरवानी, गीता शैलेश केशरवानी, श्वेता अखिलेश मोनी केसरवानी व भारती नवीन केसरवानी ने भी विचार रखे।