चूल्हे की आग में घास-फूंस का बना झोपड़ा हुआ स्वाहा, आग की चपेट में 10 वर्षीय मासूम की जलकर मौत 6 वर्षीय मासूम भी झुलसी
चूल्हे की आग में घास-फूंस का बना झोपड़ा हुआ स्वाहा, आग की चपेट में 10 वर्षीय मासूम की जलकर मौत 6 वर्षीय मासूम भी झुलसी
चूल्हे की आग में घास-फूंस का बना झोपड़ा हुआ स्वाहा, आग की चपेट में 10 वर्षीय मासूम की जलकर मौत 6 वर्षीय मासूम भी झुलसी
खलिहान में बनी थी झोपड़ी, सब्जी-भाजी उपजाकर छह सदस्यी परिवार का हो रहा था गुजर-बसर
कुत्ते के पिल्ला के उपर रखी शॉल के टुकड़े में चूल्हे की आग लगने से घटना की जताई जा रही सम्भावना
अनूपपुर। भालूमाड़ा थाना के बदरा ग्राम पंचायत बरहाई टोला में शुक्रवार की रात अज्ञात कारणों में घास-फंूस व पन्नी डालकर बनी झोपड़ा में लगी आग सब्जी-भांजी उपजाकर जीवन निर्वहन करने वाले केवट परिवार पर आफत बनकर टूटी। आगजनी की घटना में १० वर्षीय मासूम ओमप्रकाश उर्फ गोलू की आग की चपेट में आने से झुलसकर मौके पर मौत हो गई। जबकि अन्य ६ वर्षीय बालिका राखी केवट भी बुरी तरह झुलस गई। घर में रखा २० बोरी घान सहित २० हजार नगदी रूपए व घर की सारी गृहस्थी जलकर खाक हो गई। हालंाकि इस घटना में ३५ वर्षीय माता बिट्टी बाई तथा ४० वर्षीय पिता रामजियावन सहित १४ वर्षीय अमन केवट तथा १२ वर्षीय अर्जुन बाल बाल बच गया। बालिका राखी केवट को कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल अनूपपुर में भर्ती कराया गया है, जहां उसका उपचार जारी है। वहीं घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बालक के शव का पंचनामा तैयार कर पीएम उपरांत परिजनों को सौंप दिया। नायब तहसीलदार कोतमा का कहना है कि आगजनी की घटना में पीडि़त परिजनों को जो भी आर्थिक सहायता बनेगी उपलब्ध कराने का प्रयास कराया जाएगा। घटना रात शुक्रवार की रात ११ बजे के बाद की बताई जाती है, जहां २.४० बजे रात को भालूमाड़ा पुलिस को सूचना दी गई। बताया जाता है कि किसान रामजियावन केवट किराए से खेत लेकर उसमें सब्जियां उगाने का काम पिछले 2 वर्षों से कर रहा था। खेत के बीच में ही उसने एक झोपड़ी बना रखी थी। जिसमें स्वयं रामजियावन उसकी पत्नी बिट्टी बाई व उसके 4 बच्चे रहते थे। अमन कक्षा सातवीं में दूसरा बेटा अर्जुन कक्षा 4 में और तीसरा छोटा बेटा ओमप्रकाश कक्षा दूसरी में सरस्वती स्कूल बदरा पढ़ाई करते है। छोटी बेटी राखी भी शासकीय प्राथमिक शाला बंसी टोला में पढऩे जाती है। 18 जनवरी की रात लगभग 10 बजे रामजियावन पूरा परिवार सहित झोपड़ी में सो रहे थे कि अचानक झोपड़ी में आग लगने की आवाज उसके बड़े पुत्र अमन केवट ने दी। हड़बड़ाहट में माता पिता और दोनों बेटे सहित छोटी बेटी को गोद में लेकर झोपड़ी में लगी आग के बीच से बाहर निकलने में सफल हो गए। लेकिन जबतक गोलू को निकालने की सोचते, छप्पर में लगी आग भरभराकर नीचे सो रहे गोलू के उपर आ गिरा। आग के बीच ओम प्रकाश उर्फ गोलू उसी झोपड़ी में दबकर रह गया और मौत हो गई। मृतक की मां बिट्टी बाई ने बताया कि रोज की तरह हम सब खाना खाकर सोने जा रहे थे और हमारे पास एक छोटा सा कुत्ता का बच्चा था। जिसे हमारे बच्चे उस कुत्ते को रोज शॉल से ढक कर अपने पास ही सुलाते थे। झोपड़ी में ही चूल्हा था और चूल्हे के पास ही कुत्ते के बच्चे को सुला कर उसके ऊपर से शॉल ढक दिए थे। सम्भावना है कि शॉल का किनारा चूल्हे में पड़ी आग से सुलगते हुए झोपड़ी में पकड़ ली होगी। झोपड़ी लकड़ी की और पैरों से बनी हुई थी तथा उसके ऊपर पन्नी लगा था। रात लगभग 11-12 बजे के बीच सबसे बड़े बेटे अमन ने चिल्लाकर आवाज लगाई आग लग गई है। अर्जुन को और छोटी बेटी राखी को लेकर हम बाहर भागे। लेकिन गोलू को हम लोग बाहर नहीं निकाल पाए। झोपड़ी की पूरी जलती छत नीचे गिर गई। रामजियवन अपने करीबी अर्जुन को फोन लगाते हुए अपने रिश्तेदारों व करीबियों को भी जानकारी दी। सभी ने घटनास्थल पर पहुंचकर देखा तो सब कुछ खाक हो गया था। १००डायल वाहन को सूचना दी गई जहां 108 एंबुलेंस वाहन के माध्यम से घायलों को रात १.३० बजे कोतमा स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया। रामजियावन केवट यहां लगभग पिछले 15 वर्षों से रह कर इसी तरह सब्जी उगा कर अपना जीवन चलाता है इसके पहले वह भालूमाड़ा में ही किराए का खेत लेकर सब्जी का काम करता था। अभी 2 साल पहले ही उसने बदरा के पास यह खेत लगभग 51000 में किराए से लिया था।
वर्सन:
आग की सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंचकर घायलो को स्वास्थ्य केन्द्र भेजवाया गया। मृत बालक का पीएम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है। पीडि़त परिवारों को शासन स्तर पर सहायता राशि प्रदान कराने का प्रयास किया जाएगा।
मनोज दीक्षित, थाना प्रभारी भालूमाड़ा।
Home / Anuppur / चूल्हे की आग में घास-फूंस का बना झोपड़ा हुआ स्वाहा, आग की चपेट में 10 वर्षीय मासूम की जलकर मौत 6 वर्षीय मासूम भी झुलसी