सिंधिया ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि, ‘इस सबके बावजूद भी पूरी क्षमता के साथ परिश्रम करने से पहले की तरह अब भी पीछे नहीं हटता।’ इस दौरान सिंधिया ने युवा कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए अशोकनगर जिले के विकास के लिए हर समय तैयार रहने का भरोसा भी दिलाया। इधर, कांग्रेस ने फैसला किया है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 115 टिकट युवा नेताओं को देगी।
यह भी पढ़ें- किसान ने फांसी लगाकर की सुसाइड, मौत से पहले वीडियो के जरिए 11 साल के बेटे को दी बड़ी जिम्मेदारी
कांग्रेस के फॉर्मूले ने बढ़ा दी बुजुर्ग नेताओं की चिंता
उदयपुर के चिंतन शिविर में 50 फीसदी टिकट 50 साल से कम उम्र के युवाओं को देने के फैसले से प्रदेश कांग्रेस में अभी से गुणा-भाग लगने के साथ साथ राजनीतिक सरगर्मी बढ़नी शुरु हो गई है। कांग्रेस द्वारा चर्चा में आया ये फॉर्मूला अगर 100 फीसदी लागू किया गया तो 2023 के विधानसभा चुनाव में ही 115 टिकट और उसके बाद लोकसभा चुनाव में 14 टिकट 50 साल से कम उम्र वाले नेताओं को मिल जाएंगे। विधानसभा चुनाव में इस आधार पर टिकट दिए गए तो 47 मौजूदा विधायकों का पत्ता कट होना तय है। जबकि 48 विधायक 50 साल से कम उम्र के हैं, जिनके टिकट में उम्र का बंधन आड़े नहीं आएगा।
पचास का फॉर्मूला टिकटों के साथ संगठन के पदों पर लागू किया गया तो प्रदेश के पदों के साथ जिलों में भी आधे टिकट ही बदले जा सकते हैं। प्रदेश संगठन में इसे लेकर चर्चा जारी है। कांग्रेस के संगठन महामंत्री चंद्रप्रभाष शेखर की उम्र भी 75 साल से ज्यादा है। प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश जैन, राजीव सिंह और जेपी धनोपिया जैसे चेहरे भी पार्टी में टिकट की दावेदारी से बाहर हो जाएंगे।
ये 5 चीजें आपके पाचन तंत्र तो बनाएंगी मजबूत, वीडियो में जानें