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अशोकनगर

सेंटर प्रभारी ने कहा दो बार भेज चुके नंबर, उच्च स्तर पर हुई तकनीकी गलती

डीएलएड के प्रेक्टीकल का मामला, कहा शिकायत में अभ्यर्थियों ने लगाए झूठे आरोप, कई जिलों की अंकसूचियों में हुई ऐसी ही त्रुटि।

अशोकनगरMar 17, 2019 / 11:48 am

Arvind jain

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सेंटर प्रभारी ने कहा दो बार भेज चुके नंबर, उच्च स्तर पर हुई तकनीकी गलती

अशोकनगर. डीएलएड के अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया था कि सेंटर प्रभारी ने उनके असाइन्मेंट और प्रेक्टीकल के नंबर नहीं भेजे तो इन विषयोंं अनुपस्थित मानकर उन्हें रिजल्ट में फैल बता दिया गया है। सेंटर प्रभारी ने अभ्यर्थियों के इन आरोपों को गलत बताया है और कहा कि असाइन्मेंट-प्रेक्टीकल के नंबरों को वह निर्धारित समय पर दो बार भेज चुकी हैं, जिसका पूरा उनके पास पूरा रिकॉर्ड है। उन्होंने उच्च स्तर पर हुई तकनीकी त्रुटि को इसका कारण बताया है।


मुंगावली स्कूल के मॉडल स्कूल स्टडी सेंटर के अभ्यर्थियों ने आरोप लगाते हुए यह शिकायत की थी। मॉडल स्कूल की सेंटर प्रभारी रीता गुप्ता का कहना है कि फस्र्ट इयर के 114 अभ्यर्थियों की मार्किंग करके सूची भेजी थी और सभी 114 अभ्यर्थी परीक्षा में पास भी हो गए। वहीं सेकेंड इयर के 80 अभ्यर्थी हैं, जिनके नंबरों की सूची भी भेजी गई थी, लेकिन जब रिजल्ट में छात्रों को प्रेक्टीकल में अनुपस्थित बताया तो फिर से उन्होंने सूची भेजी। सेंटर प्रभारी का कहना है कि हमारे द्वारा भेजी गई सूचियों की पूरी जानकारी जिला कॉर्डिनेटर को है और जिला कॉर्डिनेटर को भी जानकारी भेजी गई थी। सेंटर प्रभारी का कहना है कि अभ्यर्थियों ने शिकायत में झूठे आरोप लगाए हैं।

अन्य कई जिलों में भी ऐसी ही समस्या-
सेंटर प्रभारी रीता गुप्ता का कहना है कि उनकी ईमेल आईडी गलत है, जो खुलती नहीं है। इसकी शिकायत वह राज्य स्तर पर भी कर चुकी हैं। वहीं सेंटर द्वारा मेन्युअली भी जानकारी भेजी जाती है। सेंटर प्रभारी के मुताबिक रिजल्ट में अनुपस्थित दर्ज की समस्या सिर्फ मॉडल स्कूल में ही नहीं, बल्कि जिले में ज्यादातर सेंटरों पर है। वहीं अशोकनगर के अलावा अन्य कई जिलों में भी ऐसी ही त्रुटि हुई है। साथ ही उनका यह भी कहना है कि जब उन्होंने अपने अधिकारियों से बात की, तो उन्होंने फाइनल मार्कशीट में सभी अंक दर्ज होकर आने की बात कही है।

यंहा, तौल कांटों में गड़बड़ी की किसान ने की शिकायत,
मंडी में अनाज की तुलवाते समय खड़ीचरा गांव के किसान दलविंदरसिंह ने इलेक्ट्रॉनिक तौल काटों में गड़बड़ी पकड़ी थी। तौल कांटे पर जब किसान ने 50 किलो का बांट रखा तो तौल कांटे ने वजन 49 किलो 850 ग्राम बताया। फड़ के मुनीम को समस्या बताई तो मुनीम ने बांट में सील न होना बताया, इससे 50 किलो के अन्य बांटों को लाकर इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटों पर रखा गया तो वजन 49 किलो 850 ग्राम कांटे पर प्रदर्शित हुए।

इससे किसान ने बांटों को तौलकर गड़बड़ी के वीडियो बनाए और मंडी बोर्ड के एमडी से मामले की शिकायत की और मंडी में इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटों से की जा रही चोरी को बताया। एमडी के निर्देश पर संयुक्त संचालक वीके प्रजापति और उनकी टीम ने मंडी के करीब 15 फड़ों पर इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटों की जांच की है। साथ ही इस जांच का प्रतिवेदन एमडी को प्रस्तुत करने की बात कही है। इसके अलावा मंडी में इस गड़बड़ी को रोकने के लिए नापतौल विभाग से शिविर भी आयोजित कराया है, विभाग मंडी के तौल कांटों की जांच करेगा।

 

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