घटना चंदेरी रोड पर थूबोन के पास की है। बस क्रमांक एमपी 67 पी 0138 सुबह के समय अशोकनगर से सवारियों को भरकर चंदेरी जा रही थी। थूबोन और पिपरोद के बीच अचानक बस अनियंत्रित होकर पलट गई और सीधे खेत में जा गिरी। बस में करीब दो दर्जन यात्री थे, लेकिन बस पलटने से वह बस में ही फंसकर रह गए और बड़ी मुश्किल से बाहर निकल सके। इस घटना में आठ लोग घायल हो गए, वहीं शेष को हल्की चोटें आई हैं और आरक्षक के सिर में चोट आई है। बाद में चंदेरी और ईसागढ़ थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। वहीं घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।
नशे में था ड्राईवर और तेज रफ्तार बनी दुर्घटना का कारण-
लोगों का कहना है कि ड्राईवर नशे में था और तेज रफ्तार से बस चला रहा था। इससे अनियंत्रित होकर बस पलट गई। घटना के बाद ईसागढ़ पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है। वहीं खास बात यह है कि जिस जगह पर बस पलटी, उसी जगह पर बिजली का खंभा है और यदि बस खंभे से टकरा जाती तो बिजली के तार से बस में करंट फैल सकता था।
बड़े भाई ने सोते से जगाया, तो गुस्साए युवक ने लगा ली फांसी
अशोकनगर. सुबह आठ बजे तक सो रहे छोटे भाई को जब बड़े भाई ने जगाया और पानी की मोटर बंद करने के लिए कहा, तो गुस्साए छोटे भाई ने पेड़ से लटककर फांसी लगा ली। गनीमत यह रही कि भाभी ने पेड़ पर फांसी से लटका देख उसे ऊपर की उठा लिया। इससे वह बच गया और जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
घटना क्षेत्र के पिपरौदा गांव की है। 20 वर्षीय अजय पुत्र ग्याराम केवट किसी अन्य शहर में हॉस्पिटल में काम करता है और वह आठ-दस दिन पहले ही गांव आया था।
जहां पर उसे बड़े भाई देशराज केवट ने जगाकर पानी की मोटर बंद करने के लिए भेजा तो वह दौड़ता हुआ नदी की तरफ चला गया। इससे परिजनों ने समझा कि वह मोटर बंद करने गया है, लेकिन उसने नदी किनारे स्थित पेड़ पर खुद को फांसी लगा ली। पानी बंद न होने से जब उसकी भाभी मोटर बंद करने पहुंची तो उसे फांसी पर लटका देखा। इससे भाभी ने सजगता दिखाते हुए उसे ऊपर उठा दिया और परिजनों को आवाज लगाई। परिजनों ने उसे फंदे से उतारकर अस्पताल में भर्ती कराया है।