यह हिंसा ऐसे समय में हुई है, जब शनिवार को म्यांमार में ‘ऑर्म्ड फोर्सेस डे’ मनाया जा रहा था। ‘आर्म्ड फोर्सेस डे’ के दौरान प्रदर्शनकारियों ने यांगून, मांडले व अन्य कस्बों में शांतिपूर्वक रैली निकाली। इसी बीच सेना ने क्रूरतापूर्ण व्यवहार करते हुए प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चला दी।
Myanmar: प्रदर्शनकारियों पर सेना ने फिर किया बल प्रयोग, सिर्फ एक हफ्ते में 50 की मौत
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सुरक्षा बलों की इस क्रूर कार्रवाई में शनिवार शाम तक मरने वालों की संख्या बढ़ कर 91 तक पहुंच गई। इससे पहले इसी महीने 14 मार्च को सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की थी, जिसमें 75 से अधिक लोग मारे गए थे। आपको बता दों कि म्यांमार में हुए सैन्य तख्तापलट के बाद से लगातार प्रदर्शन का दौर जारी है। प्रदर्शनकारी फिर से चुनी हुई सरकार को बहाल करने की मांग कर रहे हैं।
अब तक सैंकड़ों प्रदर्शनकारियों की जा चुकी है जान
आपको बता दें कि इसी साल फरवरी में म्यांमार की सेना ने तख्तापलट करते हुए निर्वाचित सरकार को बेदखल कर दिया था और आंग सान सू की समेत तमाम नेताओं को हिरासत में लिया था। तख्तापलट के खिलाफ देशभर में प्रदर्शऩ किया जा रहा है।
सेना ने इन प्रदर्शनकारियों को कुचलने की हर संभव कोशिश में जुटी है। सेना ने चेतावनी दी हैकि बीते दिनों हुई मौतों से सबक लेना चाहिए कि उन्हें भी गोली लग सकती है। प्रदर्शन शुरू होने के बाद से अब तक सैंकड़ों लोगों की जान जा चुकी है। तख्तापलट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे समूह सीआरपीएच के प्रवक्ता डॉ. सासा ने कहा कि सेना के लिए यह शर्मनाक दिन है।
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इधर, प्रदर्शन व सैन्य हिंसा के बीच सेना प्रमुख मिन आंग लाइंग ने नेशनल टेलीविजन पर अपने एक संदेश में कहा कि वे देश में लोकतंत्र की रक्षा करेंगे। साथ ही उन्होंने वादा किया है कि फिर से चुनाव कराए जाएंगे। हालांकि, उन्होने ये नहीं बताया कि कब कराया जाएगा।