19 जुलाई को वाइट हाउस गईं थी प्रिया
बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद (HBCUC) की संगठन सचिव प्रिया साहा ने ट्रंप से वाशिंगटन में यह बात कही थी। साहा 19 जुलाई को वाइट हाउस की एक बैठक में शामिल हुई थी। इस बैठक का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो बांग्लादेश में इसको लेकर जमकर विवाद होने लगा।
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शाहा का आरोप
वीडियो में शाहा ने अपनी पहचान बांग्लादेशी नागरिक बताते हुए ट्रंप से कह रही हैं कि बांग्लादेश से अल्पसंख्यक समुदाय के 3.7 करोड़ लोग लापता हो गए हैं। साहा के इस आरोप पर कई नेताओं और यूजर्स इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उस पर देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की थी। बांग्लादेश के सड़क परिवहन मंत्री एवं सत्तारूढ़ आवामी लीग महासचिव ओबैदुल कादिर ने शनिवार को बयान के प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘साहा ने एक गलत टिप्पणी की थी। इसके चलते उनपर देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाएगा।’
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पीएम हसीना ने देशद्रोह का मामला दर्ज करने से किया मना
हालांकि, इस बयान के अगले ही दिन रविवार को कादिर ने कहा कि पीएम हसीना ने साहा के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की इजाजत नहीं दी है। कादिर ने बताया,’प्रधानमंत्री ने मुझे कहा कि जल्दबाजी में कोई फैसला न ले और कोई कानूनी कार्रवाई करने की जरूरत नहीं है।’ इसके साथ ही बांग्लादेशी पीएम ने कहा था, ‘वे चाहती हैं कि साहा एक सार्वजनिक बयान जारी कर स्पष्ट करे कि वह ट्रंप से क्या कहना चाहती थीं।’बता दें कि साहा उन पांच बांग्लादेशी और रोहिंग्या शरणार्थियों में शामिल थीं, जिन्हें ढाका स्थित अमरीका दूतावास ने वाइट हाऊस भेजा था।