माल्टा या मेडिटरेनियन फीवर कही जाने वाली बीमारी इंफेक्शन का शिकार हुए जानवरों के उत्पाद के इस्तेमाल से हो सकती है। इसमें बुखार के साथ जोड़ों में और सिर में दर्द महसूस होता है। अभी तक इस तरह के इन्फेक्शन से किसी की मौत नहीं हुई है। करीब 22 हजार लोगों की स्क्रीनिंग के बाद 1,401 लोगों के टेस्ट हो चुके हैं। चीनी अधिकारियों का कहना है कि यह इन्फेक्शन इंसानों से इंसानों नहीं फैल सकता है।
अमरीका के सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेन्शन के अनुसार इंफेक्शन होने पर कुछ लक्षण लंबे वक्त के लिए रह सकते हैं। वहीं कुछ ऐसे भी हो सकते हैं, जो कभी पूरी तरह से न जा पाएं। जैसे अर्थराइटिस या किसी अंग में सूजन आ जाना। चीनी प्रशासन का कहना है कि बायोफार्मासूटिकल प्लांट ने एक्सपायर हो चुके डिसइन्फेक्टेंट का उपयोग किया था। यहां पर वैक्सीन बनाई जा रही थीं।
पीड़ितों को मिलेगा मुआवजा फैक्ट्री ने घटना के लिए माफी मांगी है लेकिन उसका लाइसेंस वापस ले लिया गया। अक्टूबर में पीड़ितों को मुआवजा दिया जाएगा। वहीं, 11 सार्वजनिक अस्पतालों को मरीजों का फ्री में चेकअप करने को कहा गया है।