1400 करोड़ रुपए के घोटाले के संबंध में पांच अक्टूबर को हुई थी गिरफ्तार
पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ पर ‘आशियाना-ए-इकबाल‘ आवासीय परियोजना में 1400 करोड़ रुपए का घोटाला करने का आरोप लगा था। इसके चलते पाक के राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने उन्हें बीते पांच अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री रहे शहबाज आरोप है कि उन्होंने इस योजना का कामकाज अपनी पसंद वाली एक कंपनी को शौंपा। इसके लिए उन्होंने परियोजना की सफल बोली लगाने वाले का अनुबंध भी रद्द किया। इसके अलावा शहबाज रमजान चीनी मिल के भी आरोपी हैं। गौरतलब है कि शहबाज जून 2013 से मई 2018 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे। ये इनका तीसरा कार्यकाल रहा है।
कई बार बढ़ाई जा चुकी है हिरासत
पाकिस्तान की स्थानीय मीडिया ने सूत्रों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में जानकारी दी कि पंजाब सरकार ने इस संबंध में आंतरिक मामलों के सचिव और जिले के अधिकारियों से संपर्क किया है। उन्होंने कहा कि नेशनल असेंबली के 10 दिसंबर से शुरू हो रहे सत्र के दौरान शहबाज के घर को उप-जेल घोषित कर दिया जाए। बता दें कि लाहौर की एक जवाबदेही अदालत ने शहबाज को न्यायिक हिरासत में कोट लखपत जेल भेजने का फैसला सुनाया है। वहीं उनकी गिरफ्तारी के बाद से हिरासत भी कई बार बढ़ाई जा चुकी है। इससे पहले नेशनल असेंबली के सत्र में हिस्सा लेने के लिए ‘मिनिस्टर्स एनक्लेव’ को कई बार उप-जेल घोषित किया जा चुका है।