बता दें कि LAC पर भारत-चीन के सैनिकों ( India-China Army ) के बीच कई बार तनातनी की खबरें आती रही है, और हर बार बातचीत के जरिए मामला शांत हो जाता था, लेकिन इस तरह की हिंसक घटना 45 सालों में पहली बार हुई है। इसके लिए कई अंतर्राष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञ अलग-अलग कारण बता रहे हैं, लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट में इस हिंसक घटना के पीछे एक शख्स का हाथ बता रहे हैं।
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मीडिया रिपोर्ट की मानें तो गलवान घाटी में सोमवार की रात जो भी कुछ हुआ उसके लिए चीनी जनरल शू किलिंग ( General Xu Qiliang ) का हाथ है। शू किलिंग के इशारों पर ही चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों पर अचानक हमला बोला और फिर भारतीय जवानों ने जवाबी कार्रवाई की। माना जाता है कि जनरल किलिंग का पाकिस्तान के साथ काफी करीबी संबंध है।
कौन है जनरल शू किलिंग?
आपको बता दें कि जनरल शू किलिंग चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ( Peoples Liberation Army ) के नंबर दो जनरल हैं। क्योंकि राष्ट्रपति शी जिनपिंग सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के प्रमुक हैं। किलिंग को जिनपिंग के काफी करीब माना जाता है। जनरल किलिंग चीन सेना में सबसे अनुभवी जनरलों में से एक हैं। वे PLA के पांच थिएटर कमांड में चार की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं।
अब इसके बाद किलिंग के अनुभव को देखते हुए जिनपिंग ने 5 जून को पश्चिमी थिएटर कमांड की सेना का हेड बनाया। इसके तुरंत बाद किलिंग ने अपने प्रमोशन के बदलने राष्ट्रपति जिनपिंग को उपहार के तौर पर गलवान घाटी में हिंसक घटना को अंजाम देकर दिया। मीडिया रिपोर्ट की माने तो जिनपिंग के चीन की सत्ता संभालने के बाद से किलिंग का तेजी से प्रमोशन हुआ है। किलिंग की उम्र 57 साल है, यानी पिछले कमांडर से 5 साल छोटे हैं।
किलिंग का पाकिस्तान के साथ संबंध
आपको बता दें कि जनरल शू किलिंग का पाकिस्तान ( Pakistan ) के साथ करीबी संबंध है। अब लद्दाख सीमा पर भारत-चीन के बीच जो तनाव गहराया है उसके पीछे की वजह पाकिस्तान है। दरअसल, बीते साल मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 ( Article 370 ) को खत्म कर दिया था और उसे दो केंद्र शासित प्रदेश में विभाजित कर दिया। इसमें एक जम्मू-कश्मीर और दूसरा लद्दाख है। चीन ने इस पर आपत्ति भी जताई थी।
भारत सरकार के इस फैसले के 20 दिन बाद किलिंग ने पाकिस्तान ( pakistan ) का दौरा किया। सबसे बड़ी बात कि पाकिस्तानी जनरल बाजवा ( Qamar Javed Bajwa ) खुद किलिंग को रिसीव करने आए और उनका भव्य स्वागत किया। इस दौरान पाकिस्तानी और चीनी सेना में कई अहम समझौते भी हुए। जनरल किलिंग ने पाकिस्तानी नेवी के हेडक्वार्टर का दौरा किया जहां उनको ऐसे गार्ड ऑफ ऑनर दिया जैसे खुद चीन के राष्ट्रपति आए हों। उन्होंने प्रधानमंत्री इमरान खान से भी मुलाकात की थी।
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अब ये माना जा रहा है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर ( PoK ) और लद्दाख में भारत की बढ़ती सक्रियता चीन और पाकिस्तान के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। जिस भूमि पर चीन और पाकिस्तान ने अवैध तरीके से कब्जा कर रखा है, उसपर भारत सरकार अब अपना स्टैंड मजबूती के साथ आगे बढ़ा रही है। लिहाजा, इसी डर से पाकिस्तान और चीन एक साथ दोनों मोर्चों पर भारत को घेरने की रणनीति के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
सैनिकों की शहादत के लिए जनरल किलिंग जिम्मेदारी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गलवना घाटी में जो भी कुछ हुआ ये सब जनरल किलिंग की सोची समझी रणनीति थी और यही कारण है कि उन्हें पश्चिमी थिएटर कमांड सौंपा गया था। ये भी कहा जा रहा है कि गलवान घाटी पर हिंसक झड़प में चीनी सेना को जो नुकसान हुआ है, उसको लेकर जिनपिंग को एक रिपोर्ट सौंपी गई है। फिलहाल इस पूरे मामले पर राष्ट्रपति जिनपिंग की ओर से कोई भी बयान सामने नहीं आया है।