इस समारोह से पहले दुनिया के सामने सबसे कम उम्र का तानाशाह के तौर पर किम जोंग उन ने 7 मई 2016 को अपने देश के 25 मिलियन (2.5 करोड़) नागरिकों को संबोधित करते हुए कई ऐतिहासिक और साहसिक वादे किए थे। लेकिन अब चार साल गुजर जाने के बाद भी उन वादों को पूरा नहीं किया जा सका है।
उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि अगले पांच वर्षों में उत्तर कोरिया के सभी नागरिकों की आजीविका में उल्लेखनीय सुधार होगा। हमारा देश एक ‘अत्यधिक सभ्य समाजवादी देश’ बन जाएगा। किम ने कहा था कि देश के लोग अत्यधिक सभ्य जीवन जीएंगे। किम जोंग जब देश के लोगों को संबोधित कर ये वादा कर रहे थे तब वे 32 वर्ष के थे। किम न जो वादे किए वह महत्वकांक्षी थी लेकिन असंभव था।
मौजूदा समय में उत्तर कोरिया दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक है। अपने परमाणु हथियार कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने की वजह से कई अतंर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है। किम जोंग आत्मविश्वास से भरे थे और अपने पिता के अधीन काम करने वाले तमाम अच्छे अधिकारियों के साथ मिलकर देश को सही दिशा में आगे बढ़ा सकते थे। इसी दृष्टिकोण और विचार के साथ 2016 में एक बड़े सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए लोगों को भरोसा दिया था।
किम के पास देश को बढ़ाने का अवसर
आपको बता दें कि 2016 में किम जोंग उन ने 1980 के बाद पहली बार हुए पार्टी के अधिवेशन की अध्यक्षता की थी। उस सम्मेलन में लगभग 3,500 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। इस सम्मेलन में देश को समृद्ध करने और आगे बढ़ाने को लेकर पंचवर्षीय योजना के अलावा कई अन्य योजनाओं पर विचार रखे गए।
किम जोंग उन ने इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए कोई विशेष नीतिगत बदलाव नहीं किए गए और न ही कोई विशेष नीति थी। अब 10 अक्टूबर शनिवार को वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की स्थापना के 75 साल पूरे होने के मौके पर भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा।
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इस विशेष मौके पर किम जोंग अपने सबसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय दिनों में से एक के साथ अपने देश की आर्थिक सफलता का भी जश्न मना सकते हैं। यह कोरियाई इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों में से एक या कम से कम उत्तर कोरिया के इतिहास के रूप में किम के पास खुद को चित्रित करने का एक सुनहरा अवसर होगा।