दरअसल, पाकिस्तान के सिंध प्रांत के घोतकी इलाके में कट्टरपंथियों ने एक मंदिर को निशाना बनाते हुए तोड़फोड़ की है। बताया जा रहा है कि कट्टरपंथियों ने एक हिन्दू शिक्षक के साथ भी मारपीट की है।
पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी पाकिस्तान के अगले PM बनेंगे! सोशल मीडिया पर लोगों ने उड़ाया मजाक
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, स्थानीय हाईस्कूल में पढ़ाने वाले एक हिन्दू शिक्षक पर एक छात्र ने ईशनिंदा का झूठा आरोप लगाया, जिसके बाद जब यह सूचना कुछ कट्टरपंथियों को मिली तो उनलोगों ने शिक्षक के साथ मारपीट की और पास के ही एक मंदिर पर हमला कर तोड़फोड़ की।
छात्र के पिता की शिकायत पर धारा 295(C) के तहत शिक्षक के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है। शिक्षक सिंध पब्लिक स्कूल का प्रिंसिपल है।
तमाशबीन बनी रही पुलिस
बता दें कि जब यह सबकुछ हो रहा था, उस वक्त मौके पर पुलिस मौजूद थी, लेकिन कट्टरपंथियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए तमाशबीन बनी रही। इस घटना के बाद से पूरे घोटकी इलाके में सन्नाटा छा गया है और हिन्दू समुदाय के लोग ड़रे-सहमे हुए हैं।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही अल्पसंख्यकों के साथ अत्याचार के दो मामले सामने आए थे। पहली घटना में एक नाबालिग सिख लड़की का धर्मांतरण कराकर एक मुस्लिम लड़के के साथ शादी कराने का था, तो दूसरा एक हिन्दू लड़की को अपहरण कर उसका धर्मांतरण कराने का था।
ये दोनों मामला सामने आने के बाद इमरान खान ने जांच के आदेश दिए थे, लेकिन अब एक बार फिर से इस तरह की घटना सामने आने के बाद से इमरान खान की कार्रवाई का पोल खुल गया है।
इन दोनों घटनाओं से भी थोड़े दिन पहले दो नाबालिग हिन्दू सगी बहनों को भी धर्मांतरण कराकर शादी कराने का मामला सामने आया था, जिसको लेकर इमरान सरकार की काफी किरकिरी हुई थी।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ बढ़ते अपराध का आलम यह है कि लोग खौफ में जी रहे हैं। लिहाजा इमरान खान की पार्टी के ही एक हिन्दू नेता व पूर्व विधायक बलदेव कुमार बारत में शरण लेने आ चुके हैं।
Read the Latest World News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले World News in Hindi पत्रिका डॉट कॉम पर. विश्व से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर.