पाकिस्तान थिंक टैंक का दावा, भारत में BJP की सरकार PAK के लिए सबसे बड़ा खतरा
पुलिस ने बताया कि पीटीएम प्रमुख के खिलाफ डेरा इस्माइल खान के सिटी पुलिस स्टेशन में 18 जनवरी को मामला दर्ज किया गया था। उन पर राजद्रोह ( treason ), देश के निर्माण की निंदा कर इसकी संप्रभुता को खत्म करने की वकालत करने समेत कई अन्य आरोप लगाए गए हैं।
पश्तीन के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि उन्होंने 18 जनवरी को डेरा इस्माइल खान में एक सभा में कहा था कि देश का 1973 का संविधान मूल मानवाधिकारों का उल्लंघन करता है। इसमें यह भी कहा गया कि उन्होंने राज्य के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां कीं।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने की पश्तीन के गिरफ्तारी की निंदा
पीटीएम नेता व सांसद मोहसिन डावर ने इस गिरफ्तारी पर कहा, ‘यह शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से अपने अधिकार मांगने पर हमें दिया गया इनाम है। मंजूर की गिरफ्तारी हमारे हौसले को और मजबूत करेगी। हम मंजूर पश्तीन की अविलंब रिहाई की मांग करते हैं।’
उन्होंने पीटीएम कार्यकर्ताओं व समर्थकों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया और कहा कि विचार विमर्श के बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी। डावर ने कहा कि हम उनके खिलाफ खड़े हैं जो हमारे संवैधानिक अधिकारों को देने की हमारी मांग से परेशान हैं। हम यह मांग करते रहेंगे।
मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी पश्तीन की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उनकी अविलंब और बिना शर्त रिहाई की मांग की है। मंजूर पश्तीन की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर विभिन्न संगठनों, नेताओं, मानवाधिकार संगठनों ने हैशटैग मंजूर पश्तीन को रिहा करो मुहिम छेड़ दी है।
पीटीएम देश के कबाइली इलाकों में पाकिस्तानी सेना की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाता रहा है। उसकी मांग है कि आतंकवाद से कथित लड़ाई के नाम पर पश्तून समुदाय के लोगों की न्यायेत्तर हत्याओं, उन्हें जबरन लापता कर दिए जाने और गैरकानूनी तरीके से गिरफ्तार किए जाने पर रोक लगाई जाए।
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