#WATCH: Pro-freedom slogans raised at a rally by J&K National Students' Federation in Pakistan Occupied Kashmir's Jandali. pic.twitter.com/ZrDdjDTZvQ
— ANI (@ANI) 19 August 2017
छात्रों ने कहा लेकर रहेंगे आजादी
बता दें कि इस साल मई में भी पीओके के हजीरा स्थित डिग्री कॉलेज में छात्रों ने पाकिस्तान के खिलाफ आवाज उठाई थी। कॉलेज में एकजुट हुए छात्रों ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। छात्रों का कहना था कि यह विरोध प्रदर्शन पाकिस्तान की ओर से पीओके के लोगों पर ढहाए जा रहे जुल्म के खिलाफ आक्रोश है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना लोगों पर तरह-तरह से अत्याचार कर रही है, जिससे यहां के लोगों का जीना मुहाल हो गया है। छात्रों ने यह भी कहा कि आजादी हमारा हक है और हम हर हाल में इसको हासिल करके रहेंगे। वहीं कुछ ऐसे ही हालाता सिंध प्रांत के भी हैं। यहां भी स्थानीय लोग पाकिस्तान के खिलाफ अपनी आवाज उठाते रहे हैं। हालांकि पाकिस्तान की ओर से यहां के लोगों की आवाजों को दबाने का भरसक प्रयास किया जाता रहा है, लेकिन गाहे-बगाहे लोगों का आक्रोश फूटता रहता है। हाल के दिनों चीन-पाक आर्थिक गलियारे को लेकर भी लोगों में आक्रोश का माहौल है।
Pak sends terrorists here to ruin this peaceful place: Local leader Liyaqat Khan at rally held in Jandali (PoK) to demand freedom from Pak pic.twitter.com/h5L2BBvAmD
— ANI (@ANI) 19 August 2017
क्या है असल मुद्दा
दरअसल, पीओके पर पाकिस्तान के कब्जे को भारत अवैध ठहराता है। यहीं नहीं भारत का कहना है कि पीओके और गिलगित-बाल्टिस्तान से पाकिस्तान को अपना कब्जा हटाना होगा और यह जगह खाली करनी होगी। भारत का यह भी कहना है कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू और कश्मीर को लेकर कोई विवाद है तो वह सिर्फ पाकिस्तान की तरफ से पीओके और गिलगित-बाल्टिस्तान पर अवैध कब्जे के कारण है।