सचिव अनीता सी मेश्राम ने संग्रालय के अंदर पानी भराव को लेकर भी नाराज दिखी। इसके बाद बने आर्ट गैलरी व अवशेष गैलरी तथा गुमनामी बाबा के बन रहे गैलरी का भी उन्होंने निरीक्षण किया। नोडल अधिकारी व बाल पुष्टाहार सचिव अनीता सी मेश्राम ने बताया कि राम रामकथा संकुल तथा अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में काफी कमियां पाई गई हैं। बिल्डिंग में रखे गए सामान काफी महत्वपूर्ण हैं। कमरों में वातावरण के अनुकूलता ना पाए जाने की वजह से उस पर कोई असर ना पड़े, इसका विशेष
ध्यान रखा जाएगा, इसके लिए सबसे पहले यहां के कार्यों की जांच कराई जाएगी, जिसमें देखा जाएगा कि इसके लिए कितना पैसा स्वीकृत हुआ और कितना पैसा सही उपयोग में लाया गया।
उन्होंने यह भी कहा कि इस बिल्डिंग में किस आधार पर कार्य किया गया है, इसकी भी जांच कराई जाएगी तथा इस बिल्डिंग में वातानुकूल के लिए सबसे पहले जो जरूरी कार्य हैं, जैसे एसी व अन्य कार्यों को जल्द कराए जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए जा चुके हैं। अन्य जांच के बाद अधूरे कार्यों को और पैसा स्वीकृत कराकर उसे पूरा कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि राम कथा संकुल जो अभी अधूरा है वह जल्द ही पूरा कराया जाएगा। इसके अलावा अयोध्या में जो भी प्रोजेक्ट अभी चल रहे हैं, सर्वप्रथम उन सभी प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द समय के अंदर ही पूरा कराए जाने का कार्य किया जाएगा।