बता दें कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे अहरौला थाना क्षेत्र के निजमापुर गांव से होकर गुजरा है। यहां पुल के निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था ने सरिया मंगाया था। शुक्रवार की रात दर्जन भर लोगों ने मिलकर सरिया गायब कर दिया था। इस मामले में प्रोजेक्ट मैनेजर जेपी शर्मा ने शिकायत दर्ज करायी थी। इसके बाद पुलिस ने निजामपुर गांव में छापेमारी कर चार घरों से आठ कुंतल सरिया बरामद किया था। सरिया ओम प्रकाश उर्फ फौजी के घर से भी बरामद हुई थी।
अहरौला थाने की पुलिस ने रविवार को मुखबिर की सूचना पर अंबेडकर नगर चौराहे से फौजी सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसकी जानकारी जब गांव के लोेगों को हुई तो वे आक्रोशित होकर सड़क पर आ गए। पुलिस पर फर्जी कार्रवाई का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने माहुल निजामपुर मार्ग को जाम कर दिया।
जाम की सूचना पर माहुल चौकी और अहरौला थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गयी। इस दौरान पुलिस से महिलाओं की तीखी नोकझोक हुई। महिलाओं ने पुलिस पर मनमानी का आरोप लगाया। चार घंटे तक चले जाम से अफरातफरी मच गयी। एसओ ने किसी तरह लोगों को समझाकर जाम समाप्त कराया। ग्रामीणोें नेे गिरफ्तार लोगों की रिहाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।