ये भी पढ़ें- घर वापसी कर रहे प्रवासी कामगारों के लिए यह करना होगा अनिवार्य, वरना बढ़ेगी परेशानी इस योजना का लाभ देने के लिए जिले में 17 निजी, 24 सरकारी अस्पताल एवं एक राजकीय मेडिकल कालेज को सूचीबद्ध किया गया है। इन अस्पतालों में आयुष्मान गोल्डन कार्ड धारक मरीज पांच लाख तक निःशुल्क इलाज करा सकता है। आयुष्मान के मरीजों का सही इलाज न करने पर दो अस्पतालों को सूची से बाहर भी कर दिया गया है। आयुष्मान भारत के तहत अब तक 2,925 लोग अपना उपचार करा चुके हैं। इसमें 2060 लोग निजी अस्पताल एवं 865 लोग सरकारी अस्पतालों में अपना उपचार करा चुके हैं। 2,231 मरीजों के इलाज का खर्च सरकार द्वारा उठाया जा चुका है, बाकि का भुगतान अभी प्रक्रिया में है। आयुष्मान भारत के नोडल अधिकारी डा. वाईके राय का कहना है कि बहेलिया व मुसहर समाज को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ने की प्रक्रिया जारी है। कोविड-19 के चलते प्रगति धीमी है। विभाग डेटा तैयार करके वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है। जल्द ही सभी का डाटा तैयार कर गोल्डेन कार्ड जारी किया जाएगा।