मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर बुधवार की भोर में एसटीएफ की लखनऊ यूनिट के सदस्य जिले में पहुंचे और गंभीरपुर थाने से कुछ दूरी पर स्थित पेट्रोल पंप के पास एक मकान में छापेमारी की। इस दौरान गृहस्वामी परिवार के एक सदस्य सहित दो लोग टीम के हत्थे चढ़ गए। साथ ही मौके से भारी मात्रा में शीरा शराब बरामद की गई। पुलिस ने मौके पर मिली कार को भी अपने कब्जे में ले लिया है। जिस मकान पर छापेमारी की गई वह स्थानीय रानीपुर रजमो ग्राम निवासी प्रमोद सिंह का बताया गया है। इस मामले में पकड़ा गया एक व्यक्ति गृहस्वामी का भाई बताया जा रहा है। भोर में एसटीएफ द्वारा की गई इस कार्रवाई की भनक मुकामी थाने को भी नहीं लग सकी। एसटीएफ की इस उपलब्धि के बारे में पूछे जाने पर स्थानीय पुलिस मीडिया से दूरी बनाए रखी। बरामद शराब की कीमत का आकलन 50 लाख रुपये से ज्यादा बताया जा रहा है।
मायावती के निशाने पर रही सिर्फ BJP, जमकर बोला हमला, लगाये गंभीर आरोप गंभीरपुर थाने से महज डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित मकान में लंबे समय से चल रहे अवैध कारोबार का खुलासा एसटीएफ द्वारा किया जाना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। एसटीएफ द्वारा की गई इस कार्रवाई को लेकर क्षेत्र के लोगों से हुई वार्ता के दौरान कुछ लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि शराब की अवैध फैक्ट्री के बारे में स्थानीय पुलिस को जानकारी न हो ऐसा संभव ही नहीं है। लोगों ने बताया कि इसके पूर्व थाने के तत्कालीन प्रभारी अशेषनाथ सिंह ने उसी स्थान पर स्थित पेट्रोल पंप के पास शीरा शराब लदे टैंकर को बरामद किया था। टैंकर चालक व क्लीनर से की गई पूछताछ के आधार पर पुलिस ने रौनापार थाना क्षेत्र के निवासी विपिन पटेल को आरोपी बनाया जो रानीपुर रजमो निवासी प्रमोद सिंह का सगा भांजा है, जिनके मकान से बुधवार की भोर में शराब की बड़ी खेप बरामद की गई। लोगों का कहना है कि शाम ढलते ही इस अवैध कारोबार में लिप्त लोगों और वाहनों का आवागमन उस मकान पर होता था लेकिन लोगों का
ध्यान उस ओर नहीं रहा। स्थानीय पुलिस भी इस बात से अनजान रही, यह हैरानी का विषय है।
by Ran Vijay Singh