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बालोद

वार्षिक परीक्षा सिर पर, 17 प्राथमिक स्कूल में एक भी शिक्षक नहीं

कुछ माह बाद वार्षिक परीक्षा शुरू हो जाएगी। इस शिक्षण सत्र में जिले के प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल शिक्षकों की कमी से जूझता रहा है। 17 प्राथमिक स्कूल जहां एक भी शिक्षक नहीं है, वहीं 105 स्कूल ऐसे हैं, जहां सिर्फ दो ही शिक्षक है।

बालोदJan 15, 2024 / 11:11 pm

Chandra Kishor Deshmukh

बच्चों की तैयारी कैसे होगी

वार्षिक परीक्षा सिर पर, 17 प्राथमिक स्कूल में एक भी शिक्षक नहीं

बालोद. कुछ माह बाद वार्षिक परीक्षा शुरू हो जाएगी। इस शिक्षण सत्र में जिले के प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल शिक्षकों की कमी से जूझता रहा है। 17 प्राथमिक स्कूल जहां एक भी शिक्षक नहीं है, वहीं 105 स्कूल ऐसे हैं, जहां सिर्फ दो ही शिक्षक है। यह स्थिति लगभग 7 माह से है। अभी तक शिक्षकों की भर्ती नहीं हो पाई है।

स्कूलों में 50 प्रतिशत कोर्स पूरा नहीं
जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि शिक्षकों की भर्ती शासन से होगी। हमने पढ़ाई प्रभावित न हो, इसलिए दूसरे स्कूलों के शिक्षकों को अटैच किया है। शासन से भर्ती पक्रिया के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इधर शासन की सुस्ती का असर स्कूली बच्चों की पढ़ाई पर हो रहा है। कई स्कूलों में 50 प्रतिशत कोर्स पूरा नहीं हुआ है। वहीं अब कुछ स्थानों पर ग्रामीण आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।

चार माह तक गांव की बेटियों ने कराई थी पढ़ाई, अब बंद कर दी
ग्राम नेवारीकला में संचालित शासकीय प्राथमिक शाला स्कूल का हाल बेहाल हो गया है। पर्याप्त शिक्षक स्कूल में नहीं होने के कारण स्कूल में भी कोर्स पूरा नहीं हुआ है। यहां मात्र 2 शिक्षकों के भरोसे से 200 बच्चे पढ़ाई कर रहे है। प्रधान पाठक विभागीय कार्य में व्यस्त रहते है। पढ़ाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। शासन व प्रशासन शिक्षकों की भर्ती नहीं कर पाए तो तीन बेटियों ने बच्चों को पढ़ाई कराने की जिम्मेदारी ली। राजीव गांधी युवा मितान से जुड़ी तीन युवती चार माह पढ़ाने के बाद इस नए साल से अध्यापन कार्य छोड़ दिया।

पालकों ने दी स्कूलों में तालाबंदी की चेतावनी
बदहाल शिक्षा व्यवस्था को देखते हुए पालक नाराज हैं। कलेक्टर एवं जिला शिक्षा विभाग को चेतावनी दे दी है कि जल्द सभी रिक्त पदों पर शिक्षकों की भर्ती नहीं की गई तो स्कूल में तालाबंदी करेंगे। जिसकी जवाबदारी शासन प्रशासन की रहेगी।

अगस्त से ही शिक्षक की कमी
शाला प्रबंधन समिति के मुताबिक पदोन्नति में प्राथमिक स्कूल के कुछ शिक्षक चले गए है। स्कूल में शिक्षकों की कमी अगस्त से है। अब 200 स्कूली बच्चों को मात्र 2 नियमित शिक्षक कैसे पढ़ाएंगे। शिक्षक की जल्द भर्ती कराने की मांग ग्रामीणों व शाला प्रबंधन समिति ने की।

एक प्रधानपाठक व 7 शिक्षक का पद, कार्यरत सिर्फ 3
स्कूल के मुताबिक शासकीय प्राथमिक शाला नेवारीकला में शासन से एक प्रधान पाठक व 7 शिक्षकों का सेटअप है। वर्तमान में एक प्रधान पाठक व दो सहायक शिक्षक कार्यरत है। 4 पद खाली हैं, लेकिन रिक्त पदों पर कब भर्ती होगी, कोई अता-पता नहीं है।

शिक्षकों की लगेगी चुनाव में ड्यूटी
जिले में लोकसभा चुनाव की तैयारी भी शुरू हो चुकी है। वहीं निर्वाचन में शिक्षकों की भी ड्यूटी लगाई जाएगी। ऐसे में स्कूल शिक्षक विहीन हो जाएगा, जिससे पढ़ाई और ज्यादा प्रभावित होगी।

शासन से नहींं हो रही शिक्षकों की भर्ती
इन शिक्षक विहीन स्कूलों में नियमित शिक्षकों की नियुक्ति करने में अभी समय लगेगा। शासन व प्रशासन अभी शिक्षकों की भर्ती नहींं कर रहा है। अभी अन्य स्कूलों के शिक्षकों के भरोसे बच्चों को पढ़ाना होगा व स्कूल का भी कार्य कराना होगा।

रिक्त पदों पर शासन ने भर्ती नहीं की है
बालोद जिला शिक्षा अधिकारी मुकुल केपी साव ने कहा कि ग्रामीणों ने शिक्षक भर्ती की मांग की है। शिक्षक की व्यवस्था करने की तैयारी चल रही है। रिक्त पदों पर शासन ने भर्ती नहीं की है। जहां-जहां शिक्षकों की कमी है वहां अन्य स्कूलों के शिक्षकों को अटैच किया गया है।

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