कलक्टर द्वारा ग्रीष्मकाल के दौरान पानी का संचय करने के लिए ग्रीष्मकाल के पूर्व ही सभी एनिकट के गेट को बंद करने के निर्देश दिए गए थे। बावजूद इसके जोंधरा एनिकट विभागीय अधिकारियों की लापरवाही की पोल खोल रहा है। विभागीय अधिकारियों ने गेट के जाम होने तथा पानी का बहाव कम होने पर गेट को काटकर निकाले जाने तथा स्थायी रूप से लॉक किए जाने की बात कही है। इस दौरान लाखों गैलन पानी के बहने तथा वर्तमान में शिवनाथ नदी की धार बेहद कमजोर होने पर ग्रीष्मकाल में एनिकट के भरने के सवाल पर विभागीय अधिकारियों के पास भी किसी प्रकार का जवाब नहीं है।
वर्तमान में जोंधरा घाट एनिकट के खाली होने पर आगामी मई-जून माह में ग्राम जोंधरा, नया बाजार, गोपालपुर, परपोढ़ी, कुकुरदी, कुकुरदी कला, उदईबन्द, मुकुंदपुर, भिलौनी, हरदी समेत दर्जनभर से अधिक ग्राम के लोगों को निस्तारी के लिए बेहद परेशान होना पड़ सकता है। मार्च में असामाजिक तत्वों द्वारा ग्राम ताराशिंव एनिकट के गेट को भी इसी प्रकार खोल दिया गया था। जिसे बाद में बंद कराया गया था।