बलरामपुर जिला के उप तहसील चांदो क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत नवाडीहकला में सभी विभाग के पुरूष एवं महिला कर्मचारियों के साथ गांव के सरपंच देवंती काशी भी ग्रामीणों को जागरूक कर टीका लगवाने का काम कर रही थी। शाम को गांव के मिडिल स्कूल में ड्यूटी में लगे सभी कर्मचारियों के लिए रात का भोजन बना था।
करीब 8.30 बजे गांव के उपसरपंच बिंदल केरकेट्टा, शिवन केरकेट्टा, टूनेश्वर नागेशिया शराब के नशे में धुत होकर वहां पहुंचे और वैक्सीनेशन अभियान में शामिल मितानिन, नर्स व अन्य कर्मचारी को गाली-गलौज करते हुए मारने-पीटने की धमकी देने लगे।
उन्होंने कहा कि तुम लोग यहां खाना खाकर रात 10 बजे तक ड्यूटी करोगे, जैसे हम बोलेंगे वैसे ही करना पड़ेगा, वरना ठीक नहीं होगा। तुम लोग मनमानी कर रहे हो। सभी डरे सहमे लोगों ने चांदो नायब तहसीलदार परमानंद कौशिक को फोन कर मामले की जानकारी दी।
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तत्काल परमानंद कौशिक झगड़ा होने की सूचना चांदो थाने में देने के साथ विवादित स्थान पर पहुंच गए। यहां नायब तहसीलदार ने बीच-बचाव का प्रयास किया तो उपसरपंच एवं उसके सहयोगी उल्टा उन्हें ही समझाइश देने लगे।
सुबह सरपंच, गांव की मितानिन, पंच व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने थाने पहुंचकर लिखित शिकायत की। इस पर थाना प्रभारी नीलिमा तिर्की ने तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 151 के तहत कार्यवाही करते हुए उन्हें कुसमी एसडीएम न्यायालय में पेश किया।
असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई जरूरी
नायब तहसीलदार परमानंद कौशिक का कहना है वैक्सीनेशन महाअभियान में सभी का भरपूर सहयोग मिल रहा है परंतु कुछ असामाजिक तत्वों ने माहौल खराब करने का प्रयास किया, इस पर कार्रवाई होना जरूरी था।