इस मामले को लेकर गुरुवार को उप अभियंता संघ लामबंद हो गया। इधर मामले में प्रार्थी बनने को लेकर ईई और एसडीओ में बहस हो गई। अंतत: एसडीओ प्रार्थी बनने को राजी हुए। संघ के पदाधिकारी व सदस्य एकजुट होकर थाने पहुंचे व आरोपियों पर कार्रवाई करने आवेदन दिया। मामले में एसडीओ अवधेश प्रजापति द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराए जाने पर पुलिस ने सरपंच पति सहित 10 आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है।
पुलिया की जांच करने गए ईई, 3 एसडीओ और 2 सब-इंजीनियर की पिटाई, रिपोर्ट दर्ज कराने से कतराते रहे अधिकारी
गौरतलब है कि राजपुर ब्लॉक के सुर्खियों में रहने वाले ग्राम पंचायत करजी के उधेनुपारा से कोरवा पारा मोहल्ला पहुंच मार्ग में बीते मार्च-अप्रैल माह में खनिज मद से हो रहे स्तरहीन पुलिया निर्माण के संबंध में पत्रिका ने 3 अप्रैल 2021 को ‘पंचायत सचिव द्वारा कराया जा रहा स्तरहीन पुलिया निर्माण’ नामक शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी।
खबर प्रकाशन को लेकर स्तरहीन पुलिया निर्माण के संबंध में एसडीओ आरईएस अवधेश प्रजापति ने निर्माण कार्य का निरीक्षण कर रहे सब इंजीनियर तनुज अम्बष्ट को 6 अप्रैल को नोटिस जारी करते हुए मानकों का पालन करने के साथ उपयोगी निर्माण सामग्री का प्रयोग करने व अनुपयोगी सामग्री को निर्माण स्थल से हटाकर समय सीमा में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए थे।
इसे लेकर पत्रिका ने पुन: 10 अप्रैल 2021 को खबर का असर लगाते ‘पुलिया के स्तरहीन निर्माण पर उप अभियंता को नोटिस’ नामक शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इस पर उपअभियंता व पूर्व पंचायत सचिव के बीच अधूरे पुलिया निर्माण व मूल्यांकन को लेकर तकरार बढ़ी थी। वहीं इसी बीच अधूरे पुलिया का मूल्यांकन सब इंजीनियर सुनील टोप्पो व सत्यापन प्रभारी एसडीओ धर्मेंद्र गुप्ता ने कर दिया।
इसे लेकर पत्रिका ने ९ अगस्त २०२१ को ‘मिलीभगत से सब इंजीनियर व एसडीओ ने अधूरे निर्माण कार्य का कर दिया मूल्यांकन व सत्यापन’ नामक शीर्षक से खबर प्रकाशित की। खबर को संज्ञान में लेकर जिला पंचायत के निर्देश पर कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिक सेवा संभाग बलरामपुर की टीम बुधवार को अधूरे पुलिया निर्माण के मूल्यांकन व सत्यापन की जांच करने मौके पर पहुंची थी,
यहां पूर्व से ही ग्रामीण जांच टीम के साथ अभद्र व्यवहार व मारपीट करने के लिए बड़ी संख्या में मौजूद थे। ग्रामीण जांच करने गए कार्यपालन अभियंता जितेंद्र देवांगन, एसडीओ जेआर सोनवानी, अवधेश प्रजापति, धर्मेंद्र गुप्ता, तनुज अम्बष्ट, सुनील टोप्पो के साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगे।
घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी अखिलेश सिंह ने मौके पर पुलिस बल को भेजा जो जिससे अधिकारी वहां से जान बचाकर निकल पाए। इस मामले को भी लेकर पत्रिका ने 12 अगस्त के अंक में ‘अधूरे पुलिया निर्माण की जांच करने पहुंची आरईएस टीम पर ग्रामीणों ने किया हमला’ नामक शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की।
आरईएस टीम के साथ हुई मारपीट के बाद भी अधिकारी कर्मचारी अपराध दर्ज कराने से कतरा रहे थे, इससे विभाग की किरकिरी होने के साथ ही कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे थे। इसी बीच गुरुवार को उपअभियंता संघ ने थाना राजपुर में मारपीट करने वाले आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए संयुक्त रूप से ज्ञापन सौंपा।
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ज्ञापन सौपने के दौरान कार्यपालन अभियंता जितेंद्र देवांगन, एसडीओ अवधेश प्रजापति, जेआर सोनवानी, नरेंद्र वासनिक, राजाराम, कृष्ण मुरारी चौधरी, सतीश टोप्पो, तनुज अम्बष्ट, जसकमल सिंह छाबड़ा, विकास तिवारी, अनुपम पांडेय, अनुज सोनी, टिकमचंद कौशिक व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
प्रार्थी बनने काफी देर बहस के बाद दर्ज कराई एफआईआरउपअभियंता संघ ने ग्राम करजी में हुई
आरईएस की टीम के साथ मारपीट के मामले में थाने संयुक्त रूप से ज्ञापन तो दे दिया, लेकिन मामले में प्रार्थी बनने के लिए घंटों कार्यपालन अभियंता जितेंद्र देवांगन व एसडीओ अवधेश प्रजापति में बहस चलती रही। अंतत: प्रार्थी एसडीओ अवधेश प्रजापति बने।
फिर उनकी रिपोर्ट पर ग्राम करजी निवासी सरपंच पति संजय कुमार, बैजू राम, अर्जुन, तिलसाय, राजकुमारी, दिलबसिया, सुरेश यादव, बुधराम, बीरबल, मुन्ना राम के खिलाफ धारा 147, 186, 332, 353, 294, 323 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।