इसी कड़ी में रामानुजगंज से सटे पुरानडीह प्लांटेशन में भी पेड़ काटने से मना करने गए फॉरेस्ट गार्ड पर कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला किया गया। गनीमत रही कि गार्ड ने खुद को किसी तरह बचा लिया, अन्यथा उसकी जान जा सकती थी। बाद में आरोपी को पकडक़र जेल भेजा गया।
(Lockdown crime)
रामानुजगंज से सटे ग्राम पुरानडीह के कक्ष क्रमांक 3422 प्लांटेशन में नाथूराम पिता बच्चू द्वारा सागौन का पेड़ काटा जा रहा था। इसकी किसी ने सूचना वनरक्षक पिंटू कुमार मालाकार को दी। इस पर तत्काल वनरक्षक सुरक्षा श्रमिक संतोष यादव के साथ मौके पर गया।
यहां वनरक्षक को देखते के साथ नाथूराम गालियां देने लगा एवं अपने कुल्हाड़ी से मारने लगा दो बार तो वनरक्षक नेसिर पर वार करने के दौरान अपनी कलाई पर कुल्हाड़ी रोक ली, लेकिन तीसरी बार उसके सिर पर कुल्हाड़ी लग गई, इससे सिर पर गंभीर चोट आई।
इसी दौरान नाथूराम का वनरक्षक पर हमला जारी ही था, तभी गांव के युवक विजय द्वारा बीच-बचाव कर वनरक्षक को नशे में धुत नाथूराम से बचाया गया।
पुलिस ने आरोपी को भेजा जेल
फॉरेस्ट गार्ड पर हमले की सूचना रेंजर अनिल कुमार पैकरा को दी गई। सूचना पर तत्काल रेंजर वन अमले के साथ मौके पर पहुंचे एवं नाथूराम को पकड़ थाने लाया गया। वनरक्षक की रिपोर्ट पर रामानुजगंज पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
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