गणना के पहले दिन बीआर हिल्स सीमा के अंतर्गत अमेकेरे कैंप से दुर्घटना की सूचना मिली थी। वन विभाग के तीन कर्मचारी गणना कार्य पर थे, तभी एक जंगली हाथी ने अचानक उनमें से एक पर हमला कर दिया।
वन गश्ती दल के एम कुमारस्वामी पर हाथी ने हमला कर दिया। हालाँकि, वह मामूली रूप से घ्ज्ञायल हुआ और हमले से बच गया। अधिकारियों के अनुसार, उसे येलंदूर के तालुक अस्पताल में भर्ती कराया गया और इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी गई।
तीन दिन के अभियान में अहम जानकारी मिलने की उम्मीद
दक्षिणी राज्यों में हाथियों की समकालिक आबादी की गणना के लिए गुरुवार को वन विभाग के करीब 1500 कर्मियों ने तीन दिवसीय अभ्यास शुरू कर दिया। इन्हें राज्य के 10 वन प्रभागों में तैनात किया गया है। प्रोजेक्ट टाइगर के वन संरक्षक रमेश कुमार के अनुसार, हालांकि बंडीपुर और अन्य क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई, लेकिन इससे अभ्यास प्रभावित नहीं हुआ। अंतर-राज्य समन्वय समिति (आईसीसी) चार्टर के तहत शुरू हुआ यह तीन दिवसीय अभ्यास 25 मई को समाप्त होगा। बीआरटी टाइगर रिजर्व में, अभ्यास के लिए 170 कर्मचारी तैनात किए गए हैं, जबकि नागरहोले में 300 से अधिक कर्मचारी और बंडीपुर में लगभग इतनी ही संख्या में कर्मचारी भाग ले रहे हैं।
इसका उद्देश्य कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश की सीमा से लगे जंगलों में हाथियों की आबादी का एक डेटाबेस तैयार करना है ताकि उनकी संख्या की गतिशीलता का पता लगाया जा सके जो मानव-हाथी संघर्ष और अन्य जंगली जानवरों को शामिल करने वाले संघर्ष को कम करने के लिए शमन उपायों की कल्पना करने में मदद करेगा।
हालाँकि, मानव-हाथी संघर्ष के केंद्र होने के बावजूद, हासन और चिकमगलूरु जैसे स्थानों को इस अभ्यास से बाहर रखा गया है क्योंकि इन क्षेत्रों के जंगल पड़ोसी राज्यों के जंगलों से सटे नहीं हैं।